लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। शहीद भगतसिंह कॉलेज की जमीन को बचाने के लिए सोमवार को रायसिंहनगर कस्बा स्वत: सफूर्त पूर्णत: बंद रहा। बंद को कामयाब बनाने के लिए अनेक संगठनों ने आह्वान किया और इसको समर्थन दिया था। करीब 20 बीघा जमीन में अवस्थित इस कॉलेज की आठ बीघा भूमि को फर्जीवाड़े से आगे बेच दिये जाने का खुलासा पिछले सप्ता हुआ था। इसे लेकर प्राचार्य ने कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया है। यह खुलासा होने पर कस्बे के लोगों में आक्रोश है, क्योंकि भगतसिंह कॉलेज रायसिंहनगर में अपनी अलग पहचान रखता है।

जमीन को हड़पने व बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया है। इसमें माकपा, कांग्रेस, एसएफआई, रायसिंहनगर विकास संघर्ष समिति आदि के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हैं। इन सबकी ओर से सोमवार को बंद का आह्वान किया गया। सुबह से ही कस्बे के सभी बाजार बंद रहे। संघर्ष समिति की टोलियां बाजार में घूमती रहीं। साथ ही षडय़ंत्रकारियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर नारेबाजी करती रही। दोपहर को सब्जी मण्डी चौक में सभा हुई।

इसमें वक्ताओं ने कहा कि राजस्व विभाग, हल्का पटवारी और सब रजिस्ट्रार कार्यालय की मिलीभगत से 40 वर्ष पुराने इस कॉलेज की सात बीघा जमीन को गुप्त रूप से किसी गुरजंट सिंह को बेच दिया गया। प्राचार्य द्वारा मुकदमा दर्ज करवाये जाने के बाद भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही। सभा को माकपा के जिला महासचिव श्योपतराम मेघवाल, जिला परिषद के पूर्व डायरेक्टर कालूराम थोरी, राजेश सीकरवाल, नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गुरमीत सिंह, छात्र नेता रवि माल्या, पिंकी गौड़, कांग्रेस नेता संतलाल मेघवाल आदि ने सम्बोधित किया। बाद में संघर्ष समिति के शिष्टमण्डल ने एसडीएम को ज्ञापन देते हुए चेताया कि अगर दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन ओर तेज कर दिया जायेगा। बंद के मद्देनजर कस्बे में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंध रखी गई।