लॉयन न्यूज,नागौर :- कुचामन सिटी के मौलासर थाना क्षेत्र में डीडवाना-सीकर रोड पर दीनदारपुरा गांव के निकट मंगलवार देर रात एक बारात की बस और कार की टक्कर से 5 की मौत हो गई। दो मासूम गंभीर रूप से घायल हो गए। कार में सवार लोग भी बारात में शरीक होकर वापस अपने घर लौट रहे थे। दोनों वाहनों के बीच टक्कर इतनी तेज थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
जानकारी अनुसार लाडनूं क्षेत्र के बलदू गांव निवासी कानपुरी भारती के इकलौते पुत्र सत्यनारायण गोस्वामी की बारात मंगलवार को सीकर जिले के बाजोर गांव गई हुई थी। बारात में शरीक होकर रात में एक कार में सवार होकर दूल्हे की बहन आरती अपने बच्चों प्रभात व विशाल के साथ ही चाचा गोपाल भारती, चचेरे भाई राकेश, जीजा श्रीपालपुरी और अपनी सहेली राजूदेवी के साथ वापस बलदू के लिए रवाना हुई। रात करीब 12 बजे उनकी कार दीनदारपुरा गांव के बस स्टैंड के पास सामने से सांडवा से पूरणपुरा (लोसल) लौट रही एक बारात की बस से धमाके के साथ भिड़ गई। दुर्घटना के समय बस में अधिकांश बाराती नींद की आगोश में थे। तेज धमाके और झटके के चलते नींद से जागे और अफरातफरी मच गई। बारातियों ने बस से उतरकर कार को देखते ही बचाव में जुट गए। इसी दौरान दीनदारपुरा, नुवां और छोटी बेरी समेत ढाणियों से भी लोग मौके पर पहुंच गए।
हादसे की सूचना मिली तो आए बाराती
सांडास (लाडनूं) निवासी आरती (46) पुत्री कान भारती पत्नी नरपतपुरी, चाचा निवासी बलदू (लाडनूं) निवासी गोपाल भारती (46) पुत्र चतर भारती, चचेरा भाई राकेश भारती (19) पुत्र हनुमान भारती, जीजा राबडिय़ावाद (परबतसर) श्रीपालपुरी (25) पुत्र केशापुरी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं आरती की सहेली बलदू निवासी राजूदेवी (25) पुत्री पुरखाराम जाट को जयपुर रेफर कर दिया गया। जहां पर मौत हो गई।
इधर, हादसे में आरती के पुत्र प्रभातपुरी (6) व विशाल (4) पुत्र नरपतपुरी को गंभीर अवस्था में डीडवाना बांगड़ अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया। दुर्घटना को लेकर दूल्हे के पिता कानपुरी ने मौलासर थाने में रिपोर्ट दी है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिए। दुर्घटना के बारे में जानकारी मिलते ही बाजोर से रवाना हुए बारातियों का रुख दीनदारपुरा और मौलासर की ओर हो गया। इधर, छोटी बेरी निवासी हनीफ खान, दीनदारपुरा निवासी आदमअली, दीनदारपुरा निवासी सुरेंद्र जाखड़, रामकुमार चौधरी आदि ने अपने वाहन लगा घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शव मौलासर के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाए। देर रात ही अस्पताल परिसर में पहुंचे सैकड़ों लोगों ने मृतकों के परिजनों को ढाढ़स बंधाया।