लॉयन न्यूज, सांवराद (नागौर)। पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुए गैंगस्टर आनंदपाल के अंतिम संस्कार को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। आनंदपाल का शव अभी चूरू जिले के रतनगढ़ में ही है। परिजनों ने रविवार को शव लेने से इनकार कर दिया था। प्रशासन के समझाने के बाद भी वे नहीं माने थे। वे आज भी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। उधर नागौर जिला पुलिस छावनी बन गया है। आनंदपाल के परिजन और लोग गांव के बाहर टेंट लगारक बैठे हैं। उनका आरोप है कि गांव पहुंचने वाले लोगों को पुलिस परेशान कर रही हैै।

परिजनों ने आनंदपाल का शव लेने से इनकार कर दिया है। परिजनों का आरोप है कि आनंदपाल का एनकाउंटर फर्जी है। उनकी मांग है कि एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराई जाए। साथ ही आनंदपाल के भाइयों रुपेंद्र पाल उर्फ विक्की और मंजीत को भी सांवराद लाया जाए। साथ ही वे डीएनए टेस्ट की भी मांग कर रहे हैं। आनंदपाल के मामा अमर सिंह का आरोप है कि आनंदपाल का जानबूझकर एनकाउंटर किया गया है और उसे सरेंडर करने का मौका देने की बात झूठी है। एसओजी और पुलिस दोनों उसे मारना ही चाहते थे। परिजनों की मांग है कि पकड़े गए दोनों भाई आनंदपाल के अंतिम संस्कार में भाग लें और पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। उसके बाद ही आनंदपाल का शव लिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को चूरू के मालासर में एनकाउंटर में आनंदपाल ढेर हुआ था। इसके बाद रविवार को आनंदपाल के गांव नागौर के सांवराद में माहौल तनावपूर्ण हो गया था। आनंदपाल के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया था तथा लाडनूं मेगाहाइवे जाम कर दिया था। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे। इसमें एक पुलिस अधिकारी को चोट आई थी।

अभी सांवराद में 150 लोग ही मौजूद
सांवराद में अभी 150 लोग मौजूद हैं। रावणा समाज के लोग गांव पहुंच रहे हैं। पुलिस का जाब्ता वहां मौजूद है। पुलिस ने हाइवे सहित सभी प्रमुख मार्गों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। ड्रोन कैमरों से सभी जगहों पर निगाह रखी जा रही है।