लॉयन न्यूज, जयपुर / नागौर। आनंदपालसिंह के जेल में बंद भाइयों विकी उर्फ रूपेंद्रपाल व गट्टू उर्फ देवेन्द्र को कोर्ट ने पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया। आनंदपालसिंह के अंतिम संस्कार को लेकर सोमवार को भी कोई बात नहीं बन पाई। परिजन अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं तो प्रशासन उन्हें समझाने में लगा है।

नागौर के परबतसर में आनंदपाल के भा वारंट पेश किए गए। दोनों अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल मइयों विकी उर्फ रूपेंद्रपाल व गट्टू उर्फ देवेन्द्र को कोर्ट ने एसओजी को पांच दिन के रिमांड पर सौंप दिया। सुरक्षा कारणों से दोनों को व्यक्तिश: पेश न कर एसीजेएम ज्योति सोनी की कोर्ट में उनकेें बन्द हैं। एसओजी एएसपी पवनकुमार मीणा ने फरारी प्रकरण में पूछताछ करने के लिए दोनों का रिमांड मांगा। कोर्ट ने दोनों को सात जुलाई तक पांच दिन के रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए।

कोर्ट ने दोनों का मेडिकल करवाने व आवश्यकता के अनुसार इलाज करवाने के भी आदेश दिए।अब दोनों से एसओजी अजमेर से जयपुर ले जाकर पूछतताछ करेगी। दोनों की अंतरिम जमानत की अर्जी नहीं लगाई गई है। उनके वकीलों ने बताया कि आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार का समय तय नहीं हो पाने के कारण अर्जी नहीं लगाई है।

गांव में बाहरी लोगों का प्रवेश पुलिस की इजाजत के बगैर नहीं हो रहा है। पुलिस ने कच्चे रास्ते पर गड्ढ़े खोदरकर गांव में प्रवेश बंद कर दिए हैं। आने वाले सभी लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। गांव में आईजी, अजमेर मालिनी अग्रवाल सोमवार को पहुंचीं। साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। पूरे गांव में पुलिस बल मौजूद है। गांव में घर के बाहर मुख्य द्वार पर लोहे के ताबूत में आनंदपाल का शव रखा हुआ है। एसडीएम ने रविवार शाम को एक नोटिस घर के बाहर चस्पा किया था।