लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन का आने वाले चालीस वर्षों की जरूरतों के हिसाब से पुन: विकास किया जायेगा। इस रेलवे स्टेशन को बीकानेर रेल डिवीजन ने छह अन्य रेलवे स्टेशनों के साथ अपने री-डवलपमेंट प्रोजेक्ट में शामिल किया है। इन सभी सात रेलवे स्टेशनों के री-डवलपमेंट का रेलवे बोर्ड ने ब्ल्यू प्रिंट तैयार कर लिया है। इनमेें से दो-तीन रेलवे स्टेशनों पर प्रथम चरण का कार्य भी शुरू हो चुका है।

श्रीगंगानगर इस प्रोजेक्ट में अभी काफी निचले पायदान पर है, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने संकेत दिये हैं कि यहां भी जल्दी ही इस प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू कर दिये जायेंगे। आज त्रिचुरापल्ली के लिए ‘हमसफर’ रेलगाड़ी के शुभारम्भ अवसर पर श्रीगंगानगर आये बीकानेर रेल डिवीजन के डीआरएम राजीव सक्सेना ने यह जानकारी मीडियाकर्मियों को दी। उन्होंने बताया कि रेलवे ने श्रीगंगानगर, बीकानेर, लालगढ़ (बीकानेर), भिवानी, हिसार सहित सात रेलवे स्टेशनों को री-डवलपमेंट प्रोजेक्ट मे ंशामिल किया है। इन स्टेशनों के री-डवलपमेंट का ब्ल्यू प्रिंट तैयार करने से पहले रेलवे ने सभी तरह के आंकड़े जुटाये। इन आंकड़ों का विश्लेषण करने के साथ आने वाले 40 वर्षों में क्या-क्या जरूरतें रहेंगी, इसका पूरा खाका बनाया गया है। उसी के हिसाब से चरणबद्ध तरीके से इन स्टेशनों का विकास किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन इस प्रोजेक्ट में छठे या सातवें स्थान पर है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यहां पुन: विकास के कार्य देरी से होंगे। उन्होंने कहा कि इन सब सात स्टेशनों के पुन: विकास की प्राथमिकताएं भी अलग-अलग हैं। प्राथमिकताओं के मुताबिक हर स्टेशन पर अलग-अलग काम अलग-अलग चरण में होंगे। इन पर करोड़ों रुपये खर्च होंगे। धरातल पर इन रेलवे स्टेशनों का विकास शीघ्र ही होता दिखाई देगा। कुछ ही अरसे में इन स्टेशनों की कायाकल्प होने वाली है।

मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
री-डवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन का नजारा आने वाले कुछ वर्षों में अलग ही दिखाई देगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस प्रोजेक्ट के तहत स्थानीय स्टेशन से माल गोदाम को हटा दिया जायेगा। इसकी जगह नया प्लेटफार्म बनेगा। स्टेशन के दूसरी तरफ से भी यात्री इस प्लेटफार्म से ट्रेनें पकड़ सकेंगे। यही नहीं रेलवे स्टेशन पर एक्सक्लेटर लगेंगे। फूड प्लाजा होंगे। अतिआधुनिक शौचालय बनाये जायेंगे। यात्रियों के लिए सुसज्जित प्रतीक्षालय होंगे। स्टेशन पर एटीएम मशीनें लगेंगी। दो ओवर फुटब्रिज बनाये जाने की भी सम्भावना है। जगह-जगह इलेक्ट्रोनिक डिसप्ले होंगे, जिनसे ट्रेनों के आने-जाने की स्थिति प्रदर्शित की जायेगी। यात्रियों के मनोरंजन के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई जायेंगी। री-डवलप्मेंट के ब्ल्यू प्रिंट में इन सबका समावेश किया गया है।

बनवाली में माल गोदाम की मंजूरी
डीआरएम राजीव सक्सेना ने बताया कि श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन के मौजूदा मालगोदाम को बनवाली मेें शिफ्ट करने के प्रोजेक्ट को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए लगभग 5 करोड़ का बजट भी मंजूर होकर आ गया है। यह काम जल्दी ही शुरू होने वाला है। इसी वर्ष में मालगोदाम को बनवाली में शिफ्ट कर दिया जायेगा। बता दें कि माल गोदाम को बनवाली में शिफ्ट करने का यह प्रोजेक्ट काफी समय से अटका हुआ था। बनवाली मेें मालगोदाम शिफ्ट हो जाने से शहर की यातायात व्यवस्था के सुधार मेें काफी सहयोग मिलेगा।

माल गोदाम की वजह से रात-दिन माल की ढुलाई के लिए शहर के अन्दर से भारी वाहनों की आवाजाही होती है। इसकी वजह से कईं बार गम्भीर हादसे हो चुके हैं। बनवाली में माल गोदाम शिफ्ट होने से यह वाहन बाइपास से शिफ्ट होकर आयेंगे और जायेंगे। राजीव सक्सेना ने बताया कि बनवाली में माल गोदाम शिफ्ट होने के बाद स्थानीय रेलवे स्टेशन के मौजूदा माल गोदाम के प्लेटफार्म को पैसेंजर प्लेटफार्म के रूप में काम लेने का भी प्रोजेक्ट विचाराधीन है। रेलवे स्टेशन के दूसरी तरफ बीएसएफ रोड की तरफ से भी प्लेटफार्म बनाया जायेगा। इससे दूसरी तरफ से भी लोग स्टेशन से गाडिय़ां पकड़ सकेंगे।

डिवीजन में नम्बर वन श्रीगंगानगर
डीआरएम राजीव सक्सेना ने बताया कि पिछले वर्ष बीकानेर डिवीजन के कुल 196 स्टेशनों में समग्र रूप से श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन नम्बर वन रहा है। उन्होंने कहा कि अगर लगभग 70 छोटे स्टेशनों को छोड़ दिया जाये, तब भी करीब 129 प्रतिस्पर्धात्मक बड़े रेलवे स्टेशनों मेें श्रीगंगानगर नम्बर वन रहा है। यह रेलवे स्टेशन हर दृष्टि से बाकि स्टेशनों के मुकाबले आगे रहा है।

उन्होंने बताया कि बीकानेर डिवीजन मेें करीब 200 रेलगाडिय़ों का संचालन किया जाता है, इनमें से करीब 40 गाडिय़ों का संचालन श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन से होता है। इन 40 में भी 24 गाडिय़ां प्रतिदिन संचालित होने वाली गाडिय़ों की श्रेणी मेें है। बाकी गाडिय़ां साप्ताहिक हैं। लिहाजा यह स्टेशन बड़े स्टेशनों में शुमार है। बीकानेर डिवीजन के लिए श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन के मायने सबसे अलग हैं। इसीलिए इस स्टेशन को री-डवलपमेंट प्रोजेक्ट में लिया गया है।

सफाई पर जोर, हटेंगे अतिक्रमण
डीआरएम राजीव सक्सेना ने कहा कि बीकानेर डिवीजन के सभी रेलवे स्टेशनों पर सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया जा रहा है। साथ ही रेलवे स्टेशनों के परिसरों के कब्जों को हटाने को भी प्राथमिकता दी गई है। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था पर संतोष जाहिर करते हुए उन्होंने लोगों से इसमें और सहयोग करने की अपेक्षा जताई। सक्सेना ने कहा कि लोगों को यह समझना चाहिए कि स्टेशन पर तैनात हर कर्मचारी को इस काम मेें उनकी भी जरूरत है।

श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन की भूमि पर हुए अतिक्रमणों को उन्होंने शीघ्र ही हटवा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है। कुछ ही समय में रेलवे की भूमि पर से सभी कब्जे हटा लिये जायेंगे। इससे जो जगह निकलकर आयेगी, उस पर भी री-डवलपमेेंट प्रोजेक्ट के तहत कईं नये भवनों और अन्य सुविधाओं का निर्माण किया जायेगा।

सीसी कैमरे और वाई-फाई
मीडियाकर्मियों से बातचीत में सीनियर डीसीएम आरसी कुमावत ने बताया कि श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर सीसी कैमरे लगाने की कार्रवाई शुरू की जा रही है। साथ ही इस रेलवे स्टेशन को वाईफाई की सुविधा से भी लैस किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह दोनों काम इसी वर्ष में हो जायेंगे। डिवीजन मुख्यालय से इनकी मंजूरी दी जा चुकी है। बता दें कि सीसी कैमरों के न होने के कारण रेलवे स्टेशन पर होने वाली घटनाओं का शीघ्र पता नहीं चल पाता। यह कैमरे लगने से रेलवे के साथ-साथ जीआरपी और आरपीएफ को भी राहत मिलेगी। चोर-उच्चकों पर भी अंकुश लगेगा।