• ट्रेन में किन्नर प्रत्येक यात्री से 10 से 50 रुपए की मांग रखते हैं। जो यात्री रुपए देने से मना करते हैं उनसे वे अभद्रता पर उतर आते हैं।

    जयपुर/फुलेरा। ट्रेनों में बेलगाम किन्नरों के सामने न सिर्फ आम यात्री ही बेबस हैं बल्कि यात्रियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी उठाने वाला रेलवे प्रशासन और रेलवे पुलिस ने भी जैसे इस मामले पर हाथ खड़े किये हुए हैं।  ट्रेनों में किन्नरों के आम यात्रियों से जबरन वसूली के लगातार मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन इसपर नियंत्रण पाने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।  रेल यात्री इसी उम्मीद पर हैं कि रेलवे को नई बुलंदियों तक पहुंचाने का सपना दिखा रहे पीएम मोदी और उनके रेल मंत्री सुरेश प्रभु की कभी इस ओर कृपा दृष्टि हो और हालात सुधरें।

    ऐसे हो रहे यात्री परेशान 

    रेल प्रशासन की अनदेखी के चलते जयपुर-फुलेरा के बीच चलने वाली सुपरफास्ट गाडिय़ों में किन्नरों द्वारा यात्रियों से जबरन वसूली की जा रही है। यात्रियों द्वारा इन्हें रुपए नहीं देने पर गाली-गलौच और अभद्र भाषा से संबोधित करना आम बात हो गई है। ट्रेन में नियमित सफर करने वाले मुरारीलाल शर्मा, राजेन्द्र कुमावत व सोनू शर्मा के मुताबिक किन्नरों का गेन ट्रेनों में सक्रिय हैं।  ये जयपुर-बान्द्रा-बीकानेर, जयपुर-बीकानेर सुपरफास्ट, जोधपुर इन्टरसिटी-जबलपुर व उदयपुर सिटी जैसी सुपरफास्ट गाड़ी में प्रत्येक यात्री से 10 से 50 रुपए की मांग रखते हैं। जो यात्री रुपए देने से मना करते हैं उनसे वे अभद्रता पर उतर आते हैं।  दैनिक रेल यात्री दिनेश कुमावत, अमर चन्द वर्मा, भंवरलाल ने रेलवे के जनरल मैनेजर व मण्डल रेल प्रबंधक को अलग अलग पत्र भेज कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की।