लॉइन एक्सप्रेस की यह रिपोर्ट बचा सकती है आपको

लॉइन न्यूज, बीकानेर। फ्लिपकार्ट कंपनी व अन्य नामों से धोखाधड़ी गैंग सक्रिय है। बीकानेर सहित पूरे देश में इन दिनों लाखों के कैश प्राईज के नाम पर आमजन को लुभाया जा रहा है। जो लोग इस लुभावने जाल में फंस जाते हैं, उनके पास सिवा अफसोस करने के कुछ नहीं रहता।
लॉइन एक्सप्रेस के पाठक के साथ इन अज्ञात ठगों ने वारदात करने की कोशिश की तो लॉइन ने तहकीकात की।

जाने क्या करते हैं ये ठग–
बता दें कि फ्लिपकार्ट व अन्य बड़े ब्रांड के नाम से ये ठग आपको फोन करते हैंं। जिसमें आपको लक्की विजेता बनने की बात कही जाती है। जब आप उनके झांसे में फंसने शुरू हो जाते हैं तब यह आपको स्क्रैच कूपन भेजने की बात कहते हैंं, जिसमें लाखों का कैश प्राइज निकलने का लालच दिया जाता है। इस तरह आपके पते पर एक लिफाफा डाक द्वारा भेजा जाता है। इस लिफाफे में एक बधाई का कार्ड, एक स्क्रैच कूपन व एक फार्म होता है, कहींं कहीं और भी सामग्री भेजी गई है।
बता दें कि स्क्रैच कूपन को स्क्रैच करने पर लिखा होता है कि आप दस लाख रूपए जीत गए हो। ये प्राय: अंग्रेजी में लिखा होता है। इसके नीचे एक कोड लिखा होता है, जिसे आपको नीचे दिए गए हैल्प लाइन नंबर पर भेजना होता है। वहीं दिए गए फार्म मेंं आपके बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी सहित पेन नंबर, आधार नंबर, जन्म तिथि आदि निजी जानकारियां मांगी जाती है।

क्या होता है जब मांगी गई जानकारी दी जाती है—
बता दें कि आप द्वारा दी गई जानकारी से यह ठग आपके बैंक खाते से पैसा उड़ा लेते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में इनका कोई सिस्टम काम करता है। वहीं दूसरे तरीकों से भी आपके खाते से पैसे निकालने की संभावना है।

कैसे बचें ऐसी ठगी से—
हम जो बचाव की जानकारी आपको देने जा रहे हैं यह आपके लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। लॉइन एक्सप्रेस अपने पाठकों को सावधान करता है कि वह अपनी किसी भी प्रकार की निजी जानकारी किसी भी व्यक्ति को फोन, मैसेज या अन्य किसी माध्यम से नहीं दें।
आपकी निजी जानकारियों से मतलब है- पेन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर, एटीएम पिन-पासवर्ड, बैंक अकाउंट की डिटेल, किसी भी तरह का पासवर्ड, जन्म तिथि, ओटीपी आदि।
इसके अलावा सबसे जरुरी बात है कि कभी किसी भी लालच में न फंसे। ऐसे ठग प्राय: लक्की विजेता, कैश प्राइज, गिफ्ट हैम्पर आदि लुभावने लालच लोगों को देते हैं।
अगर किसी कंपनी, बैंक या संस्थान के नाम से आपको फोन आए तो यकीन न करें। वहीं आपको चाहिए कि बताए गए संस्थान के ऑफिशियल नंबर आदि पर संपर्क कर हकीकत जानने का प्रयास करें।

यहां हम ठगों द्वारा भेजी गई सामग्री के फोटो भी साझा कर रहें हैं ताकि आप समझ सकें कि कैसे ठगों द्वारा लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है।