नई दिल्ली।  देश में सियासी नेताओं की शैक्षणिक योग्यता को लेकर हंगामा बरपा हुआ है।  राजनीतिक पार्टियों से जुड़े नेताओं के बीच इस मुद्दे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला ज़ोर पकड़े हुए है। ये मुद्दा इसलिए भी ज़्यादा गम्भीर बन गया है कि अब शैक्षणिक योग्यता को लेकर सवाल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उठने लगे हैं।   नेताओं की शैक्षणिक योग्यता के मुद्दे से जुड़ी इन खबरों को आप तक पहुंचाने का मकसद ये है कि आप हमारे सांसदों को करीब से जानें।  उन जनप्रतिनिधियों के बारे में जानें जो हमारी और आपकी समस्याओं को संसद में उठाते हैं और जिनके आधार पर देश की नीतियां, कानून और योजनाएं बनती हैं। ये आप तय करें कि क्या वाकई हमारी सुध लेने वाले सियासी नेताओं की शैक्षणिक योग्यता ज़रूरी है या नहीं, यदि है भी तो उसके स्तर या मापदंड का पैमाना क्या होना चाहिए ?   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री पर उठे विवाद के बीच ये जनाना दिलचस्प होगा कि भारतीय सांसदों की शैक्षणिक योग्यता कितनी है? दरअसल मौजूदा सोलहवीं लोकसभा के 544 सदस्यों में से 33 सांसद प्रोफेशनल योग्यता रखते हैं। जबकि 150 सांसद उच्च स्नातक और 225 सांसद स्नातक की पढ़ाई किए हुए हैं। ख़ास बात ये है कि भारतीय सांसदों में 23 फ़ीसदी सांसद ऐसे है जिन्होंने 12 वीं तक की शिक्षा भी ग्रहण नहीं की है।इन्ही सांसदों में से 56 सांसद 10 वीं पास है, तो वहीं 69 सांसद दसवीं 10 वीं तक भी नहीं पढ़े हुए हैं। 10 सांसदों की शैक्षणिक योग्यता के बारे में फिलहाल ज़्यादा जानकारी नहीं है।