राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) श्रीनगर में गैर कश्मीरी छात्रों से मारपीट और पुलिस ज्यादती के विरोध में 

जयपुर,कोटा,श्रीनगर।राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) श्रीनगर में गैर कश्मीरी छात्रों से मारपीट और पुलिस ज्यादती के विरोध में शुक्रवार को उनके परिजन सड़क पर उतर आए। आठ दिन के बाद भी बच्चों की सुध नहीं लिए जाने से गुस्साए अभिभावकों ने राजस्थान सहित अन्य राज्यों के छात्रों की सुरक्षा और उन्हें अपने-अपने राज्य की एनआईटी में तुरंत शिफ्ट करने की मांग की। जयपुर में स्टेच्यू सर्किल पर जुटे 50 से अधिक छात्रों के परिजनों ने कहा कि पुलिस ने ही बेगुनाह छात्रों पर लाठियां बरसाई और छात्रों पर ही एफआईआर दर्ज कर दी गई। उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राज्य सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। कोटा में भी अभिभावकों ने प्रदर्शन किया।

इधर, कोटा में सांसद से मिले अभिभावक

कोटा. अभिभावक शुक्रवार को सांसद ओम बिरला से मिले। उन्होंने बच्चों को सुरक्षा देने और वापस कोटा लाने का प्रबंध करवाने की बात कही। सांसद ने प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह से बातकर अभिभावकों को आश्वस्त किया।

13 को एनआईटी जाएंगी ईरानी

मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी 13 अप्रेल को श्रीनगर जाएंगी। संसदीय दल के सदस्य भी जाएंगे। विद्यार्थियों से बातचीत करेंगे। जो भी विद्यार्थी शिफ्ट होना चाहते हैं या परीक्षा देना चाहते हैं, इसका निर्णय होगा।

छात्रों को देंगे पूरी सुरक्षा

गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया और डीजीपी मनोज भट्ट ने कहा कि वे जम्मू-कश्मीर सरकार के संपर्क में हैं। राजस्थानी छात्रों को सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। जो वापस आना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित यहां लाया जाएगा।

2 छात्रों पर 1जवान तैनात

1500 स्टूडेंट हैं एनआईटी में

600 जवान पैरामिलिट्री फोर्स के तैनात

02 कंपनियां सीआरपीएफ की लगाईं

03 कंपनियां सशस्त्र सीमा बल की

(श्रीनगर एनआईटी देश का सबसे

ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती वाला कैंपस बन गया है)

करीब 325 राजस्थानी पढ़ते हैं

कोटा 50

जयपुर 45

सीकर 38

झुंझनूं 30

अलवर 25

नागौर 22

जालोर 14

बाड़मेर 07

जोधपुर 14

अजमेर 12

बीकानेर 08

करौली 09

भरतपुर 12

स.माधोपुर 13

दौसा 12

झालावाड़ 05

अन्य 09

कुल 325 (अभिभावकों से प्राप्त आंकड़े। संख्या अधिक भी संभव)