लॉयन न्यूज, नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मौजूदा सरकार का आखिरी पूर्ण बजट आज पेश किया। इस बजट में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण ऐलान किया गया। बजट 2018 में पूरे देश में आईआईटी के तहत 18 स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर खोले जाएंगे। जेटली ने बताया कि देश में 24 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।

जेटली ने कहा कि अब प्री-नर्सरी से 12 वीं तक के लिए एक नीति बनेगी। अब तक प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के लिए अलग-अलग नीति होती थी लेकिन अब इसे समग्र रूप से देखना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि हम बच्चों को स्कूलों में लाने में कामयाब रहे लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता अब भी चिंता का विषय है।

जेटली ने कहा कि वर्तमान में शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने की जरूरत है। उनके प्रशिक्षण पर ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षकों को डिजिटल माध्यम से ट्रेंड करेंगे। स्कूलों में ब्लैकबोर्ड की जगह डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे। केंद्र सरकार स्कूल टीचरों के लिए एकीकृत बीएड कार्यक्रम शुरू करेगी।

इसके अलावा आदिवासी बच्चों के लिए रेसीडेंशियल स्कूल खोले जाने की घोषणा की गई है। साथ ही वड़ोदरा में रेलवे यूनिवर्सिटी खोली जाएगी।

– सरकार का फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतम आजीविका परियोजनाएं प्रदान करना होगा।

– प्लानिंग और आर्किटेक्चर के दो नए स्कूलों की स्थापना; 18 और आईआईटी और एनआईआईटी की घोषणा।

– देश में 24 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।

– सरकार प्रधानमंत्री की रिसर्च फेलो योजना शुरू करेगी जो आईआईटी आदि में पीएचडी करने के लिए 1000 बीटेक छात्रों की पहचान करेगा।

– 2022 तक, 50 प्रतिशत से अधिक एसटी आबादी वाले प्रत्येक ब्लॉक में एकलव्य विद्यालय होंगे, जो नवोदय विद्यालयों के समकक्ष होंगे।