लॉयन न्यूज। गजल गायक पंकज उधास आज अपना 66वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनका जन्म 17 मई, 1951 को जेतपुर, गुजरात में हुआ था। पंकज ने गजल की दुनिया में खूब नाम कमाया है, वहीं उनकी लव लाइफ भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। बात 70 के दशक की है। पंकज ने अपने पड़ोसी के घर में फरीदा को देखा था और देखते ही वे उनको दिल दे बैठे थे। पड़ोसी ने ही पंकज और फरीदा की मुलाकात करवाई थी। इस वक्त पंकज ग्रैजुएशन कर रहे थे और फरीदा एयर होस्टेस थीं। दोनों में दोस्ती हुई और मुलाकातों का दौर शुरू हो गया। कुछ ही महीनों में दोनों एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए थे।

बता दें कि पंकज की फैमिली का रिएक्शन उनके और फरीदा के रिलेशन को लेकर पॉजिटिव था। लेकिन फरीदा चूंकि पारसी कम्युनिटी से थी, इसलिए उनके पेरेंट्स को ऑब्जेक्शन था। इसकी वजह ये थी कि उनकी कम्युनिटी में जाति से बाहर शादी करने पर पांबदी थी। इस वजह से पंकज और फरीदा ने तय किया कि शादी तभी करेंगे, जब दोनों के पेरेंट्स का आशीर्वाद मिलेगा।

गजल की दुनिया में रखा कदम

तीन भाइयों में पंकज सबसे छोटे हैं। उनके दोनों भाई मनहर उधास और निर्मल उधास म्यूजिक की फील्ड में थे। इसलिए पंकज का रुझान भी म्यूजिक में था। उन्होंने गजल गायिकी की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने 1980 में अपना पहला एल्बम ‘आहट’ नाम से निकाला। पहला एल्बम लॉन्च होते ही उन्हें बॉलीवुड से सिंगिंग के ऑफर मिलने लगे। उन्होंने 1981 में उनका एल्बम ‘तरन्नुम’ और 1982 में ‘महफिल’ लॉन्च किया।

फरीदा के फादर से की मुलाकात

तीन एल्बम लॉन्च होने के बाद पंकज गायिकी की दुनिया में फेमस हो गए। इसी दौरान उन्होंने फरीदा के फादर से मिलने की सोची। वे फरीदा के साथ उनके फादर से मिलने गए, जो रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर थे। पंकज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वे फरीदा के फादर से मिलने गए तो बेहद नर्वस थे। इस मुलाकात के दौरान फरीदा के फादर ने उनसे कहा कि यदि आप दोनों को ऐसा लगता है कि आप एक-साथ खुश रहेंगे तो आगे बढ़ें और शादी करें। फैमिली की परमिशन के बाद पंकज और फरीदा ने 11 फरवरी, 1982 को शादी की। यानी तीन साल की डेटिंग के बाद दोनों शादी के बंधन में बंधे। दोनों की दो बेटियां हैं नायाब (1986) और रेवा (1995)।

फरीदा मेरी गाइड और क्रिटिक दोनों हैं

पंकज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब भी मैं किसी नए एल्बम की तैयारी करता था तो फरीदा मुझे गाइड करती थी। इसके अलावा वो मेरी सबसे बड़ी क्रिटिक भी है। उन्होंने इंटव्यू के दौरान ये भी बताया कि जब मैं अपना पहला एल्बम निकालने की तैयारी कर था, उस वक्त न तो मेरे पास और न ही फरीदा के पास उतने रुपए थे कि एल्बम निकाला जा सके। लेकिन अगले ही दिन फरीदा कुछ रुपए लेकर आई, ताकि मैं एल्बम निकाल सकूं। ये वो वक्त था जब हमारी शादी भी नहीं हुई थी। फरीदा ने हमेशा मेरा साथ दिया है।