लॉयन न्यूज, बीकानेर। श्रीगुरु जंभेश्वर मंदिर जैन पीजी कॉलेज के पीछे गंगाशहर बीकानेर परिसर में 147 सत्संग में जाविये तजि माया अभिमान, ज्यों-ज्यों पग आगे धरे, कोटि-कोटि यज्ञ समान पर आधारित श्री जंभवाणी हरिकथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का शुभारंभ सोमवार को हुआ श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर सेवा समिति एवं जीव रक्षा संस्था बीकानेर के तत्वावधान में 13 नवंबर तक चलने वाली श्री जंभवाणी हरि कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से सायं चार बजे तक स्वामी राजेंद्रा नंद जी महाराज बिश्नोई बाड़ा, भीमगौड़ा हरिद्वार कर रहे हैं।
सोमवार को कथा का वाचन करते हुए स्वामी राजेंद्रा नंद महाराज ने कहा कि कलि काल में एक हरि कथा और नाम संकीर्तन ही ऐसा माध्यम है जिससे जीव मात्र भव सागर को पार कर सकता है। उन्होंने कहा कि जिस घर में कभी यज्ञ, परमात्मा के नाम का जाप, जीवन में संयम और शुभ क्रिया नहीं होती है उस घर से मानो कामधेनू को निकाल दिया गया है।  कथा का वाचन करते हुए स्वामी राजेंद्रा नंद महाराज ने श्री गुरु जंभेश्वर भगवान द्वारा प्रदत्त 29 नियमों का पूरी दृढता के साथ पालन करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म नियमों का पालन करते हैं उनके यहां पर सुख, समृद्धि का निवास होता है और जीवन मात्र के कल्याण के लिए यह जरूरी भी है। इस अवसर पर सुखदेव मुनि ने श्री गुरु जंभेश्वर भगवान की साखियों भजनों की प्रस्तुति दी। कथा सुनने के लिए पूरे बीकानेर से बड़ी संख्या में समाज के लोग बसों अन्य वाहनों से पहुंचे।