भरतपुर। राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण की धीमी चाल अधिकारियों को भारी पड़ सकती है। पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण तथा उनके भौतिक सत्यापन की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिले में एक दर्जन अधिकारियों को 17 सीसी का नोटिस तथा कईयों को चेतावनी पत्र जारी किए गए है।

प्रकरणों के भौतिक सत्यापन आदि को लेकर बुधवार को एक बैठक भी कलक्ट्रेट में होगी। राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण की वर्तमान स्थिति पर सरकार के गम्भीर होने के बाद अधिकारी इस तरफ सतर्क हो उठे हैं। मंगलवार को हुई एक वीसी में अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश वर्मा ने सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण की धीमी चाल पर नाराजगी जताई है।

साथ ही 2014, 2015 तथा 31 मार्च 2016 तक दर्ज हुए सभी प्रकरणों का निस्तारण इस माह के अंत तक करने के निर्देश दिए हैं। प्रकरणों के धीमी निस्तारण तथा भौतिक सत्यापन के मामले में एक दर्जन अधिकारियों को 17 सीसी का नोटिस थमाया गया है। जबकि, एक दर्जन से अधिक अधिकारियों को चेतावनी पत्र जारी किए गए हंै।

कलक्टर कांफ्रेंस में होगी समीक्षा

सूत्रों के मुताबिक अगले माह होने वाले कलक्टर कांफ्रेंस में पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण आदि की समीक्षा की जाएगी। इसे देखते हुए सभी स्तर पर सक्रियता तेज हो गई है।

भौतिक सत्यापन में ये रहे कमजोर

दर्ज प्रकरणों के निस्तारण के बाद इनका भौतिक सत्यापन करने के मामले में जिले कई अधिकारियों का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो जिले के बीईईओ बयाना, नायब तहसीलदार लखनपुर, एसडीएम डीग, नायब तहसीलदार पहाड़ी तथा उच्चैन, तहसीलदार नदबई, एसडीएम कुम्हेर, तहसीलदार भरतपुर, तहसीलदार रूदावल तथा नायब तहसीलदार रूपवास का कार्य संतोषजनक नहीं मिला है। सभी अधिकारियों को भौतिक सत्यापन के कार्य में गति लाने के निर्देश भी दिए गए हैं।  जिले में दर्ज प्रकरणों में से 7967 प्रकरणों में राहत दी गई है। इनमें से 5208 प्रकरणों का भौतिक सत्यापन हो चुका है। जबकि,  2660 प्रकरणों का भौतिक सत्यापन होना बाकी है।

सर्वाधिक प्रकरण भरतपुर शहर के

भौतिक सत्यापन के बकाया प्रकरणों सर्वाधिक प्रकरण भरतपुर शहर के हैं। सूत्रों के मुताबिक नगर निगम क्षेत्र भरतपुर के 3216 प्रकरण पोर्टल पर दर्ज हुए हैं। इनमें से  2591 प्रकरणों का निस्तारण किया गया है। जबकि, मात्र 502 प्रकरणों का भौतिक सत्यापन हो सका है। सभी प्रकरणों का भौतिक सत्यापन शीघ्र पूरा करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर नगर निगम कमिश्नर, एडीएम सिटी, यूआईटी सचिव तथा उपमहानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग को लगाया गया है।

जिले की यह है स्थिति

16976 प्रकरण दर्ज हुए 26 अप्रेल तक

14199 प्रकरणों का हुआ निस्तारण

2777 प्रकरणों का निस्तारण है पैंडिंग

653 प्रकरण 6 माह से ज्यादा पुराने हैं

178 प्रकरण 1 साल से ज्यादा हैं पुराने

2037 प्रकरण एक माह पुराने हैं

रवि जैन जिला कलक्टर भरतपुर ने बताया कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर जो भी मामले दर्ज हैं, उनका निस्तारण तीन दिन में करना है। इस कार्य में जो भी लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।