मुंबई। महाराष्ट्र में पानी की किल्लत के बाद आईपीएल मैचों के आयोजन को लेकर चल रही उठापठक के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बांबे उच्च न्यायालय से कहा है कि वह राज्य में अपने शेष आईपीएल मैचों के दौरान सीवर के पानी को साफ करके उपयोग कर सकता है।

राज्य में आईपीएल के मौजूदा सत्र में कुल 18 मैचों का आयोजन किया जाना था जबकि राज्य में सूखे की स्थिति को देखते हुए लीग के मैचों को दूसरी जगहों में स्थानांतरित करने पर बहस चल रही है।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने आईपीएल नौ के उद्घाटन मैच को हरी झंडी दे दी थी लेकिन बाकी के बचे 17 मैचों के आयोजन को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। बीसीसीआई ने मंगलवार को न्यायालय से कहा कि मुंबई और पुणे में होने वाले मैचों में पिचों की देखरेख के लिए सीवर के पानी को साफ करके विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

बीसीसीआई ने कोर्ट को सूचित करते हुए यह भी कहा कि किंग्स इलेवन पंजाब ने नागपुर में होने वाले अपने सभी तीनों मैचों को किसी अन्य राज्य में कराने के लिये रजामंदी दे दी है जबकि पुणे में नौ जबकि मुंबई में आठ मैचों का आयोजन होना है।

वरिष्ठ वकील रफीक दादा ने न्यायालय से कहा कि रायल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब ने अपने सीवर के पानी को पुन:उपयोग के लिये उपलब्ध कराने के लिये अपनी रजामंदी दे दी है। उन्होंने कहा कि हम मैचों के लिए पानी के टैंकरों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। क्लब हमें हर दिन सात से आठ टैंकर पानी मुहैया कराएगा।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बीसीसीआई को सूखे की मार झेल रहे महाराष्ट्र राज्य में आईपीएल मैचों के आयोजन कराने के लिए कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने मामले की जांच के लिए राज्य सरकार को एक आयोग गठन करने के लिए भी निर्देश दिया था।