आनंदपाल सिंह एनकाउंटर के विवादों के चलते एक और नया मामला सामने आया है। इस बार कोई और नहीं बल्कि राजपूत समाज की एक विधवा का ऐसा संदेश सामने आया है जिसमें वह पूरे राजपूत समाज से जवाब मांग कर न्याय की गुहार लगा रही है। महिला ने अपने पत्र में कहा कि तब राजपूत समाज कहां था जब आनंदपाल ने मेरे पति को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया? क्या मैं और मेरा परिवार राजपूत नहीं है? क्या सुहागन बने रहना मेरा अधिकार नहीं है? खत में अपना छुपा दर्द बयां करने वाली इस महिला का नाम ममता कंवर। ममता उसी हिम्मत सिंह की पत्नी है जिसकी आनंदपाल सिंह ने गोलियों से भून कर हत्या कर दी थी। विधवा ममता के नाम से लिखा मैसेज सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

ममता कंवर ने इस मैसेज में कहा गया  है कि मैं महसूस कर सकती हूं कि मृतक आनंदपाल की पत्नी, मां, उनके बच्चे और परिवार पर इस समय क्या गुजर रही होगी व उनकी व्यथा में क्षत्राणी होने के नाते अच्छी तरह समझ सकती हूं। मेरी पूरी सहानुभूति उनकी पत्नी व परिवार के साथ है।
परन्तु मैं मेरे राजपूत भाइयों से निवेदन करती हूं कि क्षत्रिय होने के नाते वे पहले न्याय मेरे परिवार के साथ करे। इसी अपराधी आनंदपाल सिंह और इसकी अपराधी गैंग ने मेरे पति हिम्मत सिंह राजपुरा को बिना गलती के सरेआम अंधाधुंध गोलियों से भून दिया। क्या मैं और मेरा परिवार राजपूत नहीं थे?

शादी को छ: महीने हुए नहीं थे कि आनंदपाल काल बनकर आया और खत्म कर दी मेरी दुनिया
मैसेज में अन्य मामलों का जिक्र करते हुए महिला ने आरोप लगाया है क्या दोष था फतेहपुर के उस सरकारी अध्यापक राजेन्द्र सिंह राजपूत का। जिनको आनंदपाल की अपराधी गैंग ने आनंदपाल के कहने पर सिर्फ ढाई लाख रुपए की सुपारी लेकर जान से मार दिया। उसकी पत्नी को शादी के 6 माह बाद ही बाल विधवा बना दिया। उसकी पत्नी और समाज के साथ कौनसा समाज खड़ा था?
आगे लिखा है कि क्या दोष था डीडवाना के श्याम प्रताप सिंह राठौड़ (रूवा) का जिसको आनंदपाल और उसकी गैंग से खतरा था। रूवा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये कहा था कि मुझे आनंदपाल और उसकी गैंग से खतरा है। वो भी राजपूत था। तब भी समाज आगे नहीं आया।
श्याम प्रताप श्री राजपूत करणी सेना में दो बार प्रदेशाध्यक्ष रहा, उन्होंने जब डीडवाना विधानसभा क्षेत्र में बसपा से विधायक का चुनाव लड़ा, तो इसी आनंदपाल और उसके गैंग ने उसका क्या हाल किया?

एनकाउंटर करने वाले सिपाहियों ने निभाया क्षत्रिय धर्म

संदेश में उन राजपूत समाज के पुलिसकर्मियों को धन्यवाद भी दिया गया है। इसमें लिखा है कि मैं उस वीर सोहन सिंह तंवर की वीरता को प्रणाम करती हूं। उसने क्षत्रिय धर्म निभाया और कानूनी कार्य करते हुए एक अपराधी (आनन्दपाल) को मुठभेड़ में खत्म कर सम्पूर्ण राजपूतों का मान बढ़ाया। जो आज जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है। क्या वो राजपूत नहीं है? महिला ने लिखा है कि क्या दोष था लाडनूं थानाधिकारी राजपूत लादूसिंह का, जिसको राजकार्य करते समय खुद आनंदपाल और उसकी गैंग द्वारा गोलियों से भूनने की कोशिश की। हालांकि ममता ने यह भी लिखा कि अगर किसी को उसकी बातों से ठेस पहुंची हो तो माफ करना।

देखें वीडियो-