कोटा। ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में निगम के डोजर को खराब बताकर ठेकेदार का डोजर लगाने का मामला खुलने के बाद गैराज समिति अध्यक्ष गोपालराम मण्डा की ओर से गुरुवार को गैराज अनुभाग के अधिशासी अभियंता अवधेश दुबे को धमकाने की घटना के बाद दुबे ने शुक्रवार को अपनी जान को खतरा बताया।दुबे ने शुक्रवार को महापौर महेश विजय तथा निगम आयुक्त शिवप्रसाद एम. नकाते को पत्र लिखकर अपने घर पर दो होमगार्ड लगाने की मांग की। हालांकि दुबे ने पत्र में यह नहीं लिखा कि उनकी जान को किससे खतरा है। इसके साथ ही दुबे ने पत्र में यह भी लिखा कि हाल ही ठीक किए गए निगम के डोजर पर भी दो होमगार्ड तैनात किए जाएं, अन्यथा कोई भी इस डोजर को फिर से खराब कर सकता हैउधर इस मामले की जांच के लिए आयुक्त नकाते ने शुक्रवार को अधीक्षण अभियंता भूपेन्द्र माथुर व सहायक लेखाधिकारी दिनेश जैन की अगुवाई में समिति का गठन कर दिया। यह समिति 5 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।इस मामले में गैराज समिति अध्यक्ष मण्डा ने कहा कि निगम में डोजर खराब होना बताकर ठेकेदार का डोजर लगाने की बात निराधार है। पूर्व महापौर रत्ना जैन ने कचरे की अधिकता को देखते हुए निगम के डोजर के साथ ही एक अतिरिक्त डोजर ठेके पर लगवाने के निर्देश दिए थे। इसमें नगर निगम का डोजर कार्य करते रहने पर भी उसके साथ ठेकेदार का डोजर भी लगाए रखने की शर्त थी। एेसे में निगम के डोजर को खराब होने व ठेकेदार का डोजर लगाने में आपस में कोई संबंध नहीं है।

यह था मामला

ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में निगम के डोजर को खराब बताकर निगम के अभियंताओं ने ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए 1100 रुपए प्रतिघंटे की दर से ठेकेदार के जरिए डोजर लगवा लिया। इधर निगम के डोजर को पांच माह तक ठीक नहीं करवाया गया। यह मामला उजागर होने के बाद गुरुवार को महापौर महेश विजय व निगम आयुक्त शिवप्रसाद एम.नकाते ने ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पहुंचकर डोजर को ठीक करवाया था। डोजर के लंबे समय तक खड़ा रहने के कारण उसकी बेट्री डिस्चार्ज हो गई थी, नई बेट्री लगाते ही डोजर चालू हो गया।