लॉयन न्यूज नेटवर्क। हत्या के एक प्रकरण में दो साल से फरार चल रहे आरोपी को नागौर की भावंडा थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था। मामले में पुलिस ने पहले 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले के अनुसार 2 अक्टूबर 2021 को भावंडा रहने वाले शिवराम पुत्र गोपाराम जाट की ओर से रिपोर्ट दी गई थी। इसमें बताया था कि 1 अक्टूबर 2021 को रात में करीब 9 बजे उनका बेटा सुनील उर्फ सोनू गिरधर धर्मकांटा माणकपुर चौराहा के पास स्थित कमरे में बैठा था। उसके साथ धर्मकांटा मालिक राजू पुत्र जगराम भडियासर, जयपाल पुत्र प्रसाराम, महिपाल पुत्र मांगाराम, रामलाल पुत्र प्रसाराम और भाई मोडाराम का बेटा जयपाल सभी बैठे थे। तब तीन बोलेरो कैम्पर और एक स्कॉर्पियों धर्मकांटा के सामने आकर रुकी। इनमें करीब 20-25 व्यक्ति थे जिनके हाथों में लाठियां, लोहे के सरिये थे, वे गाड़ी से नीचे उतरे। जिनमें महिपाल पुत्र रामनिवास, शोभाराम पुत्र रामनिवास, महेन्द्र पुत्र बालूराम भडियासर, सुरेश पुत्र बाबुराम भडियासर, कानाराम पुत्र बक्साराम, सियाराम पुत्र हरसुखराम, गजेन्द्र पुत्र बदरीराम, बाबुराम पुत्र हरसुखराम, दिनेश पुत्र भंवरुराम मुण्डेल छेलाराम पुत्र ओमप्रकाश और जीतू पुत्र भूराराम बांता कमरे में घुसे और सुनील के सिर पर लोहे के पाइप से वार कर डाले।

 

इसके बाद बाकी लोगों ने लाठियों और सरियों से मारना शुरू कर दिया। साथ में आए अन्य लोगों ने बीच बचाव करने वाले माणकराम, राजू जयपाल, रामलाल वगैरा को पकड़ कर बन्धक बना लिया। फिर सुनील को मारपीट करते हुए कमरे से बाहर घसीट कर लाए और उसको उठाकर अपहरण कर एक कैम्पर गाड़ी के पिछे डाले में पटककर माकणपुर चौराहा की तरफ भाग गए। सुनील के साथ संगीन मारपीट करके राधिका भट्टा के सामने मरा हुआ समझकर पटक दिया और सुनील के हाथ की दो सोने की अंगूठियां, 18000 नगद पर्स कैम्पर गाड़ी की चाबी, गाड़ी के कागज सहित सुनील के अन्य कागज चुरा कर लेकर भाग गए। घटना की जानकारी होने पर रिश्तेदार व परिवार के लोग मौके पर गए और बदमाशों का पीछा किया। सुनील बेहोश हालत में पड़ा मिला। सुनील को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल खींवसर पहुंचे, जहां से सुनील को जोधपुर रेफर कर दिया। जहां पर उसने दम तोड़ दिया।

 

दरअसल, सुनील द्वारा दिनेश मुण्डेल को दिए 3,50,000 रुपए के लेन-देन से उपजे विवाद को लेकर कहासुनी के कारण झगड़ा हुआ था। इसी बात को लेकर रंजिश बढ़ती गई। प्रकरण में अब तक 13 आरोपियों जिसमें शोभाराम उर्फ दुर्गाराम, महिपाल, सुरेश बडियासर, शिवकरण उर्फ सियाराम, सुरेन्द्र, महेन्द्र मेघवाल, महेन्द्र, बाबूलाल, जितु उर्फ जितेन्द्र, दिनेश, गजेन्द्र बिडियास सहित दो आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने अब 25 हजार के इनामी आरोपी 27 साल के गजेन्द्र राम बिडियासर पुत्र बद्री राम जाट को गिरफ्तार कर लिया है।