मुंबई । देश की आर्थिक राजधानी मुंंबई में शनिवार को हार्बर लाइन पर आखिरी बार कोई लोकल ट्रेन डायरेक्ट करंट (डीसी) सिस्टम पर दौड़ेगी। मुबंई की लाइफ लाइन कहे जाने वाली हार्बर लाइन पर पीले और मैरून रंग की यह ट्रेन अब इतिहास हो जाएगी।

91 साल पहले शुरू हुए इस सफर के आखिरी पल का गवाह बनने वालों के लिए मुबई रेलवे ने 10 हजार रुपए का टिकट लागू किया है। यात्रियों को कुर्ला से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) के बीच न सिर्फ लोकल के अंतिम यात्रा का आनंद मिलेगा बल्कि 25,000 वोल्ट के नए एसी सिस्टम के लगने की पूरी कहानी भी सुनाई जाएगी। डीसी से एसी बनने की कहानी बताने के लिए सीएसटी के हेरीटेज पैलेस में खास इंतजाम किया गया है।

सूखा राहत में जाएगा पैसा

टिकट इतना महंगा रखने के संदर्भ में अधिकारियों ने कहा कि इससे इकट्ठी होने वाली रकम महाराष्ट्र में आए भयंकर सूखे से राहत दिलाने वाले कार्य में लगाई जाएगी।

टिकट केवल अमीरों के लिए

मुंबई के कई यात्री संघों ने टिकट के दाम पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि सरकार इस सुविधा से गरीबों को दूर रखना चाहती है। दस हजार रुपए का टिकट केवल अमीर लोग ही ले सकते हैं। मुंबई के आम लोगों का कहना है कि रेलवे को टिकट का दाम 100 रुपए रखना चाहिए था।

पहला सफर

हार्बर लाइन पर तीन फरवरी 1925 मे पहली बार डीसी लोकल ट्रेन शुरु की गई थी।

कुर्ला से चलेगी

अंतिम डीसी लोकल रात 11:30 बजे कुर्ला से सीएसटी के लिए 12:15 बजे तक चलेगी। सुबह होते-होते हार्बर लाइन के इलेक्ट्रिक सिस्टम को एसी सिस्टम में तब्दील कर दिया गया।

अनमोल सफर

महाराष्ट्र रेलवे के जीएम एस के सुद ने कहा कि हमलोग इस अनमोल सेवा का अंत शानदार तरीके से करना चाहते हैं। यह मौका चूकने वाला नहीं है। हम चाहते हैं कि डीसी लोकल के अनमोल सफर की कहानी सब लोग जाने।