रतनगढ़.।  गांव मालासर में हर कोई गमगीन था। दहाड़े मार कर रोती मां और भाई को ढांढ़स बंधाते ग्रामीण भी खुद के आंसू नहीं रोक पा रहे थे। सात दिन पहले सात जन्मों तक साथ निभाने का वचन लेकर ब्याह कर आई दुल्हन सरोज कंवर भी शादी के सातवें दिन सुहाग उजडऩे की खबर मिलते ही बेहोश होकर गिर पड़ी।दो भाइयों व एक बहन के सबसे छोटे भाई दिलीपसिंह की मौत की खबर सुनते ही गांव में शोक छा गया। 22 वर्षीय दिलीप ङ्क्षसह की शादी गत नौ मई को अक्षय तृतीया पर सेवद बड़ी गांव के पास रूलानामाली गांव की बेटी सरोज कंवर से हुई थी।सुहाग की मेहंदी सूखने से पहले ही 19 वर्षीया सरोज कंवर को ऐसी विरह वेदना झेलनी पड़ गई। बार-बार बेहोश होकर गिर रही सरोज कंवर को परिजनों ने संभाला।खेती में बंटाता था पिता का हाथ: दिलीपसिंह रोजगार के लिए कभी दिल्ली तो कभी आस-पास के क्षेत्र में खुला निजी काम करता था।खाली समय में अपने पिता का खेती में हाथ बंटाता था। पुलिस के मुताबिक बाइक सवार गांव मालासर निवासी दिलीपसिंह (22) व भंवर सिंह गोगासर से मालासर जा रहे थे। गोगासर से निकलने के बाद  मेगा हाइवे पर आगे चल रही लोरिंग मशीन से लदी पिकअप के चालक ने अचानक ब्रेक मार दिए।जिससे बाइक पिकअप से जा भिड़ी। टक्कर से लोरिंग मशीन का पाइप दिलीपङ्क्षसह के सिर में लगने से उसकी मौत हो गई। भंवर सिंह दूर जा गिरा।