नेम प्रकाशन राजस्थानी भाषा पुरस्कारों की घोषणा
लॉयन न्यूज,बीकानेर,29 अप्रैल। राजस्थान प्रदेश में होने वाले भाषा एवं साहित्य से जुड़े आयोजनों में से एक उल्लेखनीय ”राजस्थानी भाषा साहित्य पुरस्कार महोत्सव, डेह” आगामी जून माह में नागौर जिले के डेह कस्बे में अवस्थित कुंजल माता मंदिर में आयोजित होने जा रहा है। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति तथा नेम प्रकाशन, डेह के संयुक्त तत्वावधान में होने वाला यह सालाना जलसा अपनी प्रकृति का अनूठा आयोजन है, जिसमें अब तक राजस्थानी के 80 साहित्य-साधकों को पुरस्कृत किया जा चुका है। इस बार वर्ष 2024 में कुल 28 राजस्थानी साहित्यकारों को अलग-अलग विधाओं में लेखन तथा भाषा-साहित्य-संस्कृति के क्षेत्र में की गई उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस प्रकार इसबार के आयोजन में 108 श्रेष्ठ साहित्य-मणिकों की मंजुमाला नेम प्रकाशन द्वारा निर्मित की जाएगी, जो राजस्थानी भाषा-साहित्य के लिए अतीव महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगी।

 

कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष पवन पहाडिय़ा तथा संयोजक लक्ष्मणदान कविया, संरक्षक सुखदेवसिंह गाडण एवं सूत्रधार डॉ. गजादान चारण ने 2024 के पुरस्कारों की घोषणा की। पुरस्कृत होने वाले सभी साहित्य साधकां को श्रीफल, शॉल, साफा, अभिनन्दन पत्र एवं साहित्य के साथ नकद राशि भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। कुल 29 पुरस्कारों में से 27 पुरस्कारों के लिए ग्यारह-ग्यारह हजार की नकद राशि निर्धारित है, वहीं रूपचंद समदडिय़ा राजस्थानी विशेष सेवा शिखर सम्मान के लिए 51000/- की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।

 

वर्ष 2024 में नेम प्रकाशन की ओर से दिए जाने वाले 29 पुरस्कारों में से 1. नेमीचंद पहाडिय़ा राजस्थानी पद्य पुरस्कार ‘गम्योड़ा समदर रा सपना’ कृति के लिए विजयसिंह नाहटा-जयपुर को, 2. अमराव देवी पहाडिय़ा राजस्थानी गद्य पुरस्कार ‘राजस्थानी काव्य में सिणगार’ कृति के लिए डॉ. जितेन्द्र निर्मोही-कोटा को, 3. सोहनीदेवी सूरजमल पांड्या राजस्थानी व्यंग्य पुरस्कार ‘बिना लिखियोड़ी पोथी री भूमिका’ कृति के लिए कृष्णकुमार ‘आशु’-श्रीगंगानगर को, 4. कमलादेवी पहाडिय़ा राजस्थानी उपन्यास पुरस्कार ‘धिंगाणै धणियाप’ कृति के लिए डॉ. रेणुका व्यास ‘नीलम’-बीकानेर को, 5. मोहनदान गाडण स्मृति राजस्थानी भक्ति काव्य पुरस्कार ‘सिद्ध शिवदानपुरी गोड़ागड़ चरित’ कृति के लिए महादान सिंह बारहठ-भादरेश को, 6. सोहनदान सिंहढायच स्मृति डिंगल काव्य पुरस्कार ‘श्रीकृष्ण रुकमणी ब्याव’ कृति के लिए हिम्मतसिंह उज्ज्वल ‘भारोड़ी’ को, 7. जुगलकिशोर जैथलिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान ”30 वर्षों की राजस्थानी भाषा मान्यता सेवा के लिए डॉ. राजेन्द्र बारहठ-जोधपुर को, 8. गोपीलाल चैनसुख सेठी राजस्थानी साहित्य पुरस्कार ‘राजस्थानी लोक संस्कृति री ओळखाण’ कृति के लिए डॉ. कृष्णलाल विश्नोई-बीकानेर को, 9. कंवरलाल मच्छी राजस्थानी महिला लेखिका पुरस्कार ‘हेत रो परवानो’ कृति के लिए विमला नागला-केकड़ी को, 10. चण्डीदान देवकरणोत बारहठ राजस्थानी अनुवाद पुरस्कार ‘तजरबो’ कृति के लिए गौरीशंकर प्रजापत-बीकानेर को, 11. अमितसिंह चौहान राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार ‘मरुधर आई बिरखा राणी’ कृति के लिए शिवराज भारतीय को, 12. गोपालसिंह उदावत राजस्थानी वय वन्दन पुरस्कार ’60 वर्षों की राजस्थानी साहित सेवा’ के उपलक्ष्य में भवानशंकर व्यास ‘विनोद’-बीकानेर को, 13. सेठ भंवरलाल बेताला राजस्थानी गद्य पुरस्कार ‘तिरसो दरियाव’ कृति के लिए सत्यदीप-श्रीडूंगरगढ़ को, 14. राजकंवर सिंहढायच राजस्थानी भाषा लोक कलाकार पुरस्कार ’30 वर्षों के राजस्थानी लोकगीत गायन’ सेवा के लिए श्रीमती सीमा मिश्रा-जयपुर को, 15. नाथूराम चौधरी राजस्थानी यात्रा वृत्तांत अर कहाणी पुरस्कार ‘दरखत री मुगती अर दूजी कहाणियां’ कृति के लिए वाजिद हसन काजी-जोधपुर को प्रदान किया जाएगा।

 

इस कड़ी में 16. केशवदान सांदू शिव राजस्थानी पद्य पुरस्कार ‘चालूं अै बाई छियां ढळगी’ कृति के लिए विनोद स्वामी-परलिका को, 17. बख्तावर दान जुगतावत पारलू राजस्थानी निबंध पुरस्कार ‘जुगाड’ कृति के लिए रामजीलाल घोड़ेला-लूनकरणसर को, 18. बलदेवराम छीलरा राजस्थानी साहित्य पुरस्कार ‘दुरगौ बाबौ’ कृति के लिए मोहनलाल गहलोत-जोधपुर को, 19. वैद्यराज बंशीधर पारीक राजस्थानी पर्यावरण वानिकी पुरस्कार ‘कंद मूळ फळ’ कृति के लिए श्री सी.एल. सांखला-कोटा को, 20. शिम्भुराम धोळया राजस्थानी साहित्य पुरस्कार ‘मगरै रौ मोती मिनजी रतनू’ कृति के लिए भँवर पृथ्वीराज रतनू ‘दासोड़ी’-बीकानेर को, 21. मोहनलाल टोगसिया राजस्थानी पैली पोथी पुरस्कार ‘इत्ती सी तो बात है’ कृति के लिए रोशन बाफना-बीकानेर को, 22. गीतादेवी बजरंगदास गौतम राजस्थानी लघुकथा पुरस्कार ‘अटकळ’ कृति के लिए घनश्यामनाथ कच्छावा-सुजानगढ़ को, 23. रतनकंवर ऊमरदान खिडिय़ा राजस्थानी साहित्य पुरस्कार ‘म्हारो प्यारो छापर ताल’कृति के लिए गौरीशंकर शर्मा ‘भावुक’-छापर को, 24. बाबा रघुनाथ राम बेनीवाल राजस्थानी बालसाहित्य गद्य पुरस्कार ‘संगत री रंगत’कृति के लिए कीर्ति शर्मा-नोहर को, 25. हरिदेवी शेराराम दंतुसलिया राजस्थानी संस्मरण पुरस्कार ‘बै बी कांई दिन छा’ कृति के लिए हरिचरण अहरवाल-उदयपुर, 26. रूपचंद समदडिय़ा स्मृति राजस्थानी भाषा सेवा शिखर सम्मान ‘साढे छह दशकों की श्रेष्ठ साहित्य सेवा’ हेतु प्रो. जहूर खां मेहर-जोधपुर को, 27. मोहनराम छाबा राजस्थानी लेखन पुरस्कार ‘काठा काळजा वाळी पन्ना’ कृति के लिए तरुणकुमार दाधीच-उदयपुर को, 28. दिलीपकुमार पहाडिय़ा राजस्थानी युवा पुरस्कार ‘मुगत आभौ’ कृति के लिए पुनित रंगा-बीकानेर को, 29. प्रमिलादेवी पांड्या राजस्थानी अनुवाद पुरस्कार ‘अनासक्ति योग’ कृति के लिए डॉ. बंशीधर तातेड़-बाड़मेर को दिया जाएगा।

 

नेम प्रकाशन पुरस्कार 2024 के लिए निर्णायक के रूप में सर्वश्री लक्ष्मणदान कविया, पवन पहाडिय़ा, सुखदेवसिंह गाडण, डॉ. गजादान चारण, मीठेश निर्माही, डॉ. मीनाक्षी बोराणा, सांवलदान कविया, डॉ. रामरतन लटियाल, सुखदेव राव, श्रीराम वैष्णव, गोविंदसिंह कविया ने अपनी सेवाएं दीं, आयोजक मंडल इनका आभारी है।