दशरथ रामावत/गिरीराज भादाणी/लॉयन न्यूज, बीकानेर। पीबीएम अस्पताल की स्थिति आज भी बदहाल है। जहां जगह-जगह सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर पसरा हुआ है। जिससे आम-आदमी परेशान है। ट्रोमा के आगे तो हर समय गंदे पानी का पोखर बना हुआ रहता है, जो परेशानी का सबब तो बना हुआ है ही, साथ ही दुर्घटना में घायल लोगों के हॉस्पिटल पहुंचने में परेशानी का कारण भी बना हुआ है। लोगों का कहना है कि सड़क पर पसरे इस पानी में गड्ढे भी है जिनमें यह गंदा पानी भरा रहता है, ऐसे में हर कोई यह भांप नहीं पाता कि यहां गड्ढा है, ऐसे में दुर्घटना हो जाती है। कई बार तो मरीज को लाने व ले जाने वाले वाहन इन गड्ढों में फंसकर खड़े रह जाते है। कई दफा हादसे हो चुके है, फिर भी इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। केवल ट्रोमा सेंटर के आगे ऐसी स्थिति नहीं बनी हुई, यहां कैंसर अस्पताल के सामने भी सीवरेज का गंदा पानी जमा हुआ रहता है, जो कई बीमारियों का कारण बना हुआ है।

 

इसी तरह एमआरई सिटी स्केन जांच केन्द्र, नई जनाना बिल्डिंग के सामने भी यही स्थितियां बनी हुई है। जिन पर सुध नहीं ली जा रही। इसके अलावा मेडिकल के सामने से पीबीएम के अंदर जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य कच्छुआ चाल रहा है, जिससे लोगों को लंबे समय से परेशानी हो रही है। करीब एक माह बीतने जा रहा है और एक तरफा आधी-अधूरी सड़क का निर्माण हो पाया है। ऐसे में दोनों तरफ सड़क बनने में लंबा समय लग जाएगा। इसी तरह, टीबी अस्पताल के सामने गुजर रही सड़क पर धूल उड़ रही है, जबकि यह वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए सबसे खतरनाक ही धूल व मिट्टी है। इस स्थिति से न केवल मरीज व उनके परिजन परेशान है बल्कि पीबीएम का स्टॉफ भी खासा परेशान है, लेकिन बड़े बड़े पदों पर बैठे लोगों का इससे कोई सरोकार नहीं है। हालांकि यह दिगर बात है कि पीबीएम में सीवरेज सिस्टम वर्षों से बिगड़ा हुआ है, कई अधिकारी गए और आए, परंतु सुधार नहीं हो पाया। विचार होते रहे है, बातें होती रही हैं, परंतु धरातल पर समाधान जीरो है।