लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। अब पुलिस अधिकारी कहीं भी बैठकर अपने कम्प्यूटर पर थानों में चल रही गतिविधियों की जानकारी ले सकेंगे। वहीं रोजनामचे में भी पुलिसकर्मियों की ओर से न तो कोई परिर्वतन किया जा सकेगा और न ही उसे रोक सकेंगे। पुलिस के क्राइम-क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क सिस्टम को अब तेजी से लागू किया जा रहा है। प्रदेश में पुरानी आबादी थाने में पहले सिस्टम का शुभारंभ सोमवार को बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक विपिन पाण्डे ने किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्राइम-क्रिमिनल ट्रेकिंग नेववर्क सिस्टम काफी पुराना है लेकिन यह लागू नहीं हो पाया था। अब इस सिस्टम को लागू कर दिया गया है।

शहर के पुरानी आबादी थाने को इस सिस्टम से पूरी तरह जोड़ दिया गया है, जो रविवार रात बारह बजे से शुरू कर दिया गया। इस सिस्टम के सभी थानों में शुरू होने के बाद रोजनामचा भी नेट पर ही भरना होगा। ऐसे में ना तो पुलिसकर्मी रोजनामचे में कोई परिवर्तन कर पाएंगे और ना ही इसे रोककर रख सकेंगे। पुलिसकर्मियों को सिस्टम में ही सभी जानकारी डालनी पड़ेगी। इससे रिकॉर्ड भी ऑटोमेटिक बनता रहेगा। दिल्ली में बैठे नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अधिकारी भी सिस्टम पर जाकर किसी भी थाने की जानकारी ले सकेंगे।

पुलिस चौबीस घंटे चौकन्नी रहे
आईजी ने क्राइम मिटिंग के दौरान कहा कि जिला संवेदनशील है और इसलिए पुलिस को यहां चौबीस घंटे चौकन्ना रहने की आवश्यकता है। यह जिला बॉर्डर से लगता हुआ है और बगल में ही दूसरे राज्य की सीमा है। उन्होंने लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने, परिवादियों की सुनवाई करने आदि के निर्देश दिए। एसपी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान वहां लेखाशाखा में तैनात कर्मचारियों की अधिक संख्या होने पर उन्हें अन्य किसी स्थान पर लगाने के लिए कहा।