आख‍िरकार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया. रविवार को पार्लियामेंट एनेक्सी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद नीतीश को पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर चुना गया. नीतीश का जेडीयू प्रमुख बनना पहले ही तय हो गया था.

इससे पहले शरद यादव के घर चल पर पार्टी नेताओं की बैठक हुई, जिसमें शरद यादव के अलावा, केसी त्यागी, आरसीपी सिंह समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे. शरद यादव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोलते-बोलते भावपु हो गए थे और उनके आंसू छलक पड़े थे. तीन बार जेडीयू अध्यक्ष रह चुके शरद यादव ने पहले ही साफ कर दिया था कि वे चौथी बार ये जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे.

हम पहले भी थे और आगे भी रहेंगे: शरद यादव
शरद यादव ने रविवार को कहा, ‘हमें जेडीयू का विस्तार करना है. हम इस्तीफा देने के बाद वापस नहीं लेते. हम उसी ताकत से काम करेंगे, जैसे पहले करते थे और सक्रिय रहेंगे.’ जेडीयू में अपनी भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो पार्टी तय करेगी. यादव ने कहा, ‘हम कोई इस पार्टी के चलते देश की राजनीति में नहीं हैं. लोगों का प्रेम है. हम पहले भी थे और आगे भी रहेंगे.’

तीन बार जेडीयू अध्यक्ष रहे शरद यादव
पार्टी अध्यक्ष के रूप में शरद यादव ने लगातार तीन कार्यकाल पूरे किए हैं. उन्होंने अब पार्टी के संविधान में कोई संशोधन कराने से इंकार किया है, क्योंकि इसके बाद ही उन्हें अगले कार्यकाल के लिए चुना जा सकता था. यादव को पार्टी में संशोधन के बाद 2013 में इस पद के लिए तीसरी बार चुना गया था. शरद यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पार्टी के संस्थापकों में शामिल हैं.