युवा वैज्ञानिकों ने जानी सोने की खोज की तकनीक



बांसवाड़ा। जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से स्वर्ण परियोजना के तहत जिले के कई इलाकों में सोने को खोज चल रही है। खोज के इस काम में प्रयुक्त हो रही तकनीक की देश के अलग-अलग राज्यों में नवनियुक्त भू-वैज्ञानिकों ने दो दिन तक घाटोल इलाके में रहकर जानकारी हासिल की।
इसके बाद ये भू वैज्ञानिक गुरुवार को लौट गए।जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि गत कई वर्षों से घाटोल के जगपुरा से डोगचा, लोहागढ़, भावनपुरा, माखनपुरा, खमेरा समेत कुछ अन्य गांवों के आसपास के वनक्षेत्रों में सोने की खोज चल रही है। यहां बड़े पैमाने पर इसका भंडार होने का अनुमान है। यूपीएससी उत्तीर्ण करने के बाद भू-वैज्ञानिकों के पदों पर नियुक्त हुए अधिकारी बुधवार को घाटोल पहुंचे।

स्थानीय अधिकारी उन्हें जगपुरा से डोगचा व लोहागढ़ क्षेत्र में ले गए। यहां वरिष्ठ अधिकारियों ने युवा अधिकारियों को सोने की खोज के विभिन्न
आयामों की जानकारी दी। इन्हें ड्रिलिंग, खनिज के नमूने लेने, नमूनों में सोने की मात्रा का आकलनकरने आदि के बारे में बताया गया।
युवाआें ने अनुभव भी बांटे, बताया देश के लिए बेहतर
राजस्थान के अलावा तमिलनाडु, केरल, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश समेत अन्य जगह के युवा वैज्ञानिकों ने बताया कि फील्ड विजिट में काफी कुछ सीखने को मिला। देश के विकास के लिए बांसवाड़ा की यह परियोजना महत्वपूर्ण है। सोने की खोज भी लगभग अंतिम दौर में पहुंच गई है।