आप तो अपने बढ़ते-घटते वजन पर नज़र रखें, स्वास्थ्य संबंधी जोखिम अपने आप सामने आ जायेगी


लॉयन न्यूज, बीकानेर। आज का दौर अति सजगता का दौर है। हर तरफ स्वास्थ्य व भोजन से संबंधित अनगिनत कॉन्सेप्टस व तकनीकों की बातें होती है, ताकि व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के हर पहलू पर कड़ी नजर रख सके। इन सब तरीकों में धन व समय की खपत अपरिहार्य है।
तो एक सामान्य व्यक्ति को यदि अपनी स्वास्थ्य जांच करनी हो तो क्या कोई सरल तरीका नहीं है? बिल्कुल है। वैज्ञानिकों ने एपिडेमियोलॉजीकलखोजो के आधार पर कुछ सरल गणनाओं का भी विकास किया है जो हमारे शारीरिक आंकड़ों को उपयोग करके हमारे स्वास्थ्य के स्तर को बताते हैं। इन्हीं में से एक है BMI बॉडी मास इंडेक्स।
तकनीकी रूप से बीएमआई शारीरिक वजन तथा लंबाई का एक अनुपात है। यह माप बताता है कि किसी व्यक्ति का वजन उसकी लंबाई के लिए उपयुक्त है या नहीं। BMI की गणना व्यक्ति के वजन (किलोग्राम में) को उसकी ऊंचाई (मीटर में) के वर्ग से विभाजित करके की जाती है।
उपयोगिता – BMI का उपयोग स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि व्यक्ति को वजन के आधार पर स्वास्थ्य संबंधी जोखिम हैं या नहीं। यह तो हम सब जानते हैं की अलग-अलग लंबाई के व्यक्तियों का वजन समान नहीं हो सकता।
यदि एक व्यक्ति की लंबाई 6 फुट 2 इंच है तो आदर्श वजन भी 60 से 65 किलो होगा। वहीं दूसरी तरफ यदि किसी व्यक्ति की लंबाई 5 फीट है तो उसका आदर्श वजन 50 से 55 किलो होगा। आदर्श वजन की गणना करने का एक फार्मूला है जिसके अनुसार यदि आप अपनी लंबाई (सेंटीमीटर में) में से 100 घटा दें तो लगभग वही आपका आदर्श वजन होता है।
ऐसी स्थिति में एक ही आयु तथा शारीरिक स्थिति के व्यक्ति का वजन उसकी लंबाई में भिन्नता के कारण अलग-अलग होता है।आपका आदर्श वजन जानने के बाद यह जानना आवश्यक है कि आपका वास्तविक वजन आदर्श वजन में कितना अंतर है।स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह विश्लेषण भी करते हैं की आदर्श वजन और वास्तविक वजन का अंतर कितने प्रतिशत है तथा यह आपको स्वास्थ्य स्तर की किस कैटेगरी में लाता है।इसको विस्तार से जानने के लिए लिए पहले यह जाने की बीएमआई की गणना कैसे की जाती है।आपको अपना बीएमआईकैलकुलेट करने के लिए अपने वजन व लंबाई को निम्नलिखित फार्मूले में स्थापित करना है।
BMI = weight ( kg) / height 2(meter)
बीएमआई= वजन (किग्रा) / लंबाई2 (मीटर)
उदाहरण= यदि किसी व्यक्ति का वजन 70 किलो है तथा उसकी लंबाई6 फुट यानी 1.82मीटर है तो उसका बीएमआई 70/1.82*2= 19.44 होगा। बीएमआई की गणना करने के बाद हम इसकी तुलना विभिन्न स्वास्थ्य एजेंसियों द्वारा दिए गए स्टैंडर्ड से करते हैं।
BMI की श्रेणियां
1. BMI 18.5 से कम– अल्प पोषण/ अंडरवेट
2. BMI 18.5 से 24.9–सामान्य पोषण/ सामान्य वेट
3. BMI 25 से 29.9–अति पोषण/ ओवरवेट
4. BMI 30 से 34.9– मोटापा ग्रेड 1
5. BMI 35 से 39.9-मोटापा ग्रेड 2
6. BMI 40 या अधिक– मोटापा ग्रेड 3
सामान्य बीएमआई – सामान्य पोषण स्तर
यदि आपकी बीएमआई की गणना 18.5 से 25 तक आती है तो इसका तात्पर्य यह है कि आपका वजन आपकी लंबाई के अनुपात में आदर्श है। आप जिस भी प्रकार का भोजन तथा व्यायाम का रूटीन फॉलो करते हैं वह आपका वजन को नियंत्रित रखने में कारगर है।
कम बीएमआई – अल्प पोषण
यदि आपकी बीएमआई 18.5 से कम है तो यह गणना यह संकेत करती है कि आपका वजन लंबाई के अनुपात में कम है। इस स्थिति में स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा यह निष्कर्षक निकाला जाता है कि व्यक्ति कुपोषित है। सामान्यतः इस प्रकार के व्यक्ति में कैलोरी (ऊर्जा) तथा प्रोटीन दोनों की ही कमी पाई जाती है। तथ्यों की माने तो जिस व्यक्ति में मुख्य पोषक तत्वों की कमी हो उसमें सूक्ष्म पोषक तत्व यानी विटामिन मिनरल की कमी अवश्यंभावी है। ऐसी स्थिति में जहां व्यक्ति को कुपोषण के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से होने वाले आंखों, त्वचा, मांसपेशियां, हड्डियों, तंत्रिका तंत्र, हृदय तथा रक्त संम्बन्धित गंभीर बीमारियों की शंका भी बढ़ जाती है। बीएमआई की गणना आपको सचेत करती है की आपको अपने भोजन की मात्रा को बढ़ाना चाहिए। ऊर्जा, प्रोटीन व सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। यदि वजन कम होने का कारण कोई आंतरिक रोग या विकार है तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
अधिक बीएमआई-अति पोषण/ मोटापा
अधिक BMI का मतलब है कि व्यक्ति में हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और अन्य बीमारियों का जोखिम अधिक हो सकता है। अधिक बीएमआई मतलब मोटापा। यह मोटापा भी तीन श्रेणी का है यदि आपका बीएमआई30-35के मध्य है तो यह दर्शाता है कि आपका वजन आपके आदर्श वजन से लगभग 10% से 15% अधिक है। किंतु यदि आपका बीएमआई 35 से भी ऊपर है तो यह गणना दर्शाती है कि आपका वास्तविक वजन आपका आदर्श वजन से 20% से भी ज्यादा है। यह एक चिंता जनक स्थिति है। अतिरिक्त वजन निसंदेह मधुमेह हृदय रोग उच्च रक्तचाप हड्डियों की कमजोरी लिवर माल फंक्शनिंग जैसी बीमारियों का घर है। यह बीएमआई संकेत करता है की आपको तुरंत ही भोजन में अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट तथा वसा की मात्रा को नियंत्रित करना चाहिए। शरीर रक्षात्मक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन व मिनरल्स से भरपूर भोज्य स्रोतों का सेवन करना चाहिए।
सामान्य भाषा में कहे तो घी, तेल, आटा ,चीनी, मैदा तले हुए तथा अधिक मीठे भोज्य पदार्थों को तुरंत बंद करें तथा दालें , मोटा अनाज, हरी साग सब्जियां व रेशेदार फलों का प्रयोग बढ़ाएं। भोजन पर नियंत्रण के अतिरिक्त एक सुदृढ़ व्यायाम का रूटीन भी अवश्य बनाना चाहिए। जिसमें 40 से 45 मिनट के भरपूर व्यायाम के साथ योग का भी समावेश हो। भोजन पर नियंत्रण जहां वसा के अतिरिक्त जमाव को रोक देता है वही भरपूर व्यायाम पहले से जमी हुई वसा को पिघलाने का कार्य करता है। इस स्थिति में यदि किसी प्रकार के रोग या विकार के संकेत दिखे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह ले।
हालांकि BMI एक उपयोगी माप है, किंतु इसके साथ-साथ किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के व्यापक मूल्यांकन के लिए अन्य मापदंडों जैसे कि कमर का माप, रक्त परीक्षण, और शारीरिक गतिविधि स्तर का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
BMI एक उपयोगी उपकरण है जो व्यक्ति को उनके स्वास्थ्य की स्थिति का सामान्य विचार देता है। यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के जोखिमों को पहचानने में मदद करता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए व्यक्ति को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और नियमित स्वास्थ्य जांच पर ध्यान देना चाहिए।
- लेखिका खाद्य एवं पोषण विशेषज्ञ व गृह विज्ञान व्याख्याता है।