ये मां हैं टीम इंडिया की पहली गुरु, इनके लाल ने छुड़ाए धुरंधरों के छक्के
हर मां का अपने बच्चे के साथ रिश्ता खास होता है। आज हम कुछ भारतीय क्रिकेटरों और उनकी मां के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
बच्चे के जन्म से पहले ही उसका मां से रिश्ता बना जाता है। यह एक ऐसा रिश्ता है जिसमें न स्वार्थ होता है, न ही कोई अपेक्षा। बच्चे कुछ कहें या न कहें मां सबकुछ समझ जाती है। अगर डांटती है तो उसमें भी भलाई ही छुपी होती है। हर मां का अपने बच्चे के साथ रिश्ता खास होता है। आज हम कुछ भारतीय क्रिकेटरों और उनकी मां के बारे में जानकारी दे रहे हैं। कोई हर मैच से पहले अपनी से बात करता है तो किसी को अपनी मां के सपोर्ट से कैंसर से लड़ाई आसान लगने लगी।
1. सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की मां का नाम रजनी तेंदुलकर है। बेशुमार कामयाबी के बावजूद तेंदुलकर जमीन से जुड़े इंसान हैं और इसका सबसे ज्यादा श्रेय उनके मां-बाप को ही जाता है। जिन्होंने तेंदुलकर की ऐसी परवरिश की। तेंदुलकर जबसे टीम इंडिया से जुड़े और टीम के साथ जहां भी ट्रैवल करते रहे, हर मैच के बाद वो अपनी मां से फोन पर बात करते थे। एक साक्षात्कार में अपनी मां के साथ जुड़ाव की बात पर बताया, जब वह पहली या दूसरी क्लास में थे तो पैरेंट मीटिंग के लिए स्कूल पहुंची उनकी मां को देखकर, क्लास की एक लड़की ने रजनी तेंदुलकर का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि वो बहुत फनी लगती हैं। दसरे दिन सचिन ने उस लड़की को मारा और जब शिकायत पहुंचने पर मां स्कूल पहुंची तो सचिन ने पूरी बात बताई। तेंदुलकर ने अपनी किताब सचिन तेंदुलकर ‘प्लेइंग इट माय वे’ की पहली प्रति अपनी मां को ही दी थी।
2. महेंद्र सिंह धोनी
कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी की मां का नाम देवकी सिंह है। वल्र्ड कप में धोनी की करिश्माई पारी सबको याद है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि धोनी ने इस पारी को शुरू करने से पहले अपनी मां से बात की थी। इसके बाद से कभी ऐसा नहीं होता कि धोनी अपनी मां से बिना बात किए कोई पारी खेलते हों। धोनी ने एक साक्षात्कार में कहा था कि उन्हें इस बात की तकलीफ होती है कि वो अपनी मां के साथ ज्यादा नहीं रह पाते लेकिन फिर साथ ही कहा जितने साल क्रिकेट खेल रहे हैं उसके बाद तो घर ही रहना है। उन्होंने बताया था कि साक्षी उन्हें बताती है कि जब वो घर पर नहीं होते हैं, तब भी 80 फीसदी बातें सिर्फ उनकी ही होती हैं।
3. विराट कोहली
विराट कोहली की मां का नाम सरोज कोहली है। विराट उनके लाडले बेटे हैं, सोशल मीडिया पर वो अपनी मां के साथ काफी फोटो शेयर कर चुके हैं। विराट अपनी मां को दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला करार दे चुके हैं। इतना ही नहीं विराट एक अच्छे बेटे की तरह मां का किचन में भी हाथ बटा लेते हैं। विराट जब रणजी में खेलते थे तब उनके पिता का निधन हो गया था। उसके बाद से वे अपनी मां के और भी करीब आ गए। विराट अपनी मां को सबसे बड़ी खुशी और अपनी सबसे बड़ी ताकत भी मानते हैं। वैसे तो विराट खाने-पीने को लेकर बहुत स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करते हैं लेकिन अपनी मां के हाथ का बना खाना खाने के लिए वो हमेशा तैयार रहते हैं।
4. युवराज सिंह
युवराज सिंह की मां का नाम शबनम सिंह है। युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह और शबनम अलग हो चुके हैं। उनके अलग होने के बाद से युवी अपनी मां के साथ ही रहते हैं। युवी ने खुद बताया कि जब वो कैंसर से जंग लड़ रहे थे और उन्हें इसके इलाज के लिए तकलीफों से गुजरना पड़ रहा था तो मां के साथ से हर चीज आसान होती गई। सिंगल पेरेंट होकर उन्होंने युवी की परवरिश की और हर मुश्किल से उन्हें उबारा। शबनम सिंह ने एक साक्षात्कार में बताया कि जब वल्र्ड कप 2011 के दौरान युवी को लगातार उल्टियां होती थीं तो वो डॉक्टर के पास इसलिए नहीं गया कि टीम टूर्नामेंट में बहुत अच्छा खेल रही थी। जब उसकी रिपोट्र्स आई तो मैं बार-बार बस यही दोहरा रही थी कि मेरे बेटे के साथ ऐसा नहीं हो सकता। इसके बाद हम सब चिंता में थे लेकिन हम खुद से कहते रहते थे कि सब ठीक हो जाएगा युवी बहादुर बेटा है। युवराज ने कैंसर से जंग अकेले नहीं लड़ी, हर कदम पर मां की दुआएं और उनकी हिम्मत उनके साथ थी।
5. सुनील गावस्कर
लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर की मां का नाम मीनल गावस्कर है। सुनील को बचपन से क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था और वो अपनी मां के साथ भी क्रिकेट खेलते थे। बचपन में एक बार मां के साथ क्रिकेट खेलते हुए सुनील गावस्कर ने स्ट्रेट ड्राइव शॉट खेला जो उनकी मां को जा लगा और उनकी नाक से खून निकलने लगा। गावस्कर अपनी मां से बहुत प्रेम करते हैं। बेंगलूरु में एक क्रिकेट मैच खेला जा रहा था और गावस्कर उस मैच में कमेंट्री कर रहे थे, उनकी मां वीआईपी बॉक्स में बैठी थीं। अपनी मां का पैर छूने के लिए गावस्कर कमेंट्री बॉक्स से वीआईपी बॉक्स तक गए।
6. सौरव गांगुली
भारतीय क्रिकेट टीम के पूव कप्तान सौरव गांगुली की मां का नाम निरूपा गांगुली है। गांगुली अपनी मां के बहुत करीब हैं। गांगुली के क्रिकेट करियर के शुरुआती दिनों में उनकी मां ने उनका साथ नहीं दिया। सौरव की मां का विश्वास था कि क्रिकेट के कारण उनके बेटे की पढ़ाई चौपट हो जाएगी। इसलिए वह सौरव को क्रिकेट खेलने से रोकती थीं, लेकिन जब उन्होंने अपने बेटे के क्रिकेट के प्रति जुनून को महसूस किया और सौरव के खेल की वास्तविकता को समझा तो उन्होंने फिर हर कदम पर साथ दिया। इसके बाद सौरव गांगुली ने क्रिकेट की ऊंचाइयों को छुआ।
7. हरभजन सिंह
करिश्माई लेग स्पिनर हरभजन सिंह की मां का नाम अवतार कौर है। हरभजन अपनी मां को अपनी प्रेरण मानते हैं। वह हर समय दिए गए मांके साथ को याद करते हैं। हरभजन ने बताया है कि बचपन में जब पूरा परिवार उनके क्रिकेटर बनने के खिलाफ था, तब मां ही थी जो हर समय उसके साथ खड़ी रही। भज्जी अपने क्रिकेटर के रूप में सफल होने का श्रेय अपनी मां को देते हैं। उनका कहना है कि मां के सहयोग से ही मैं क्रिकेट में इतना सफल हो सका।