वाह रे अधिकारियों ! चिकित्सा मंत्री से भी कर दिया यह झूठा दावा
चूरू। लम्बे समय से मीठे पानी का इंतजार कर रहे चूरू शहर को इस गर्मी में भी पर्याप्त मीठा पानी नहीं मिलेगा। जनता को या तो हर साल की तरह खारा पानी पीना पड़ेगा या फिर जेब ढीली करवाकर महंगे पानी के कैन मंगवाने पड़ेंगे। चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ के सामने अधिकारियों ने दावा किया था कि मई माह में सभी सात नई टंकियां शुरू हो जाएगी। लेकिन दावा फेल होता दिखाई दे रहा है। आरयूआईडीपी की ओर से शहर में बनने वाली सात में से अभी तक मात्र दो पेयजल टंकियों का काम पूरा हुआ है। फिलहाल जौहरी सागर, गांधी नगर, बागला वैल, वन विहार कॉलोनी व कोतवाली टंकी का काम शेष है। आरयूआईडीपी की ओर से पेयजल आपूर्ति के लिए शहर में नई पाइप लाइन डालने का काम अब तक अधूरा है। ऐसे में नई लाइन नहीं डाले जाने तक नई टंकियों को जलदाय विभाग की पुरानी लाइन से जोड़कर सप्लाई दी जाएगी।
केवल दो टंकियां बनी
शहर में तैयार हो चुकी अग्रसेन नगर व गोयनका स्कूल पेयजल टंकियों से पेयजल सप्लाई शुरू करने की तैयारियां जोरों पर चल रही है। आरयूआईडीपी अधिकारियों के मुताबिक 10 मई से अग्रसेन नगर टंकी व 15 मई से गोयनका स्कूल पेयजल टंकी से पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। 7.50 लाख लीटर क्षमता की अग्रसेन नगर पेयजल टंकी में पानी भरकर इसकी जांच की जा चुकी है। पहले भरा गया पानी खाली किया जा रहा है। इसकी दुबारा सफाई कर पानी भरा जाएगा। इसी प्रकार 10 लाख लीटर की गोयनका स्कूल पेयजल टंकी खाली कर रहे हैं। पाइप लाइनों की जांच में पाए गए लीकेजों की मरम्मत की जा रही है। इसमें भी सफाई के बाद दुबारा पानी भरकर 15 मई से इससे पानी सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।
कॉलोनियों में पी रहे खारा पानी
मनोरंजन क्लब के पीछे,गढ़ के पीछे, अगुणा मोहल्ला, बाबोसा मंदिर एरिया, पुराना पोस्ट ऑफिस, मंत्री मार्ग, मोचीवाड़ा, प्रतिभा नगर का कुछ क्षेत्र, भरतीया अस्पताल क्षेत्र, कलक्ट्रेट, आधा नया बास, रेलवे स्टेशन एरिया, पुराना बस स्टैंड, शेखावत कॉलोनी, पंचायत समिति आदि क्षेत्रों में कहीं पूर्णतया खारा तो कहीं मिक्स पानी पीना पड़ रहा है।
मई 2010 से काम की कछुआ चाल
पेयजल टंकियों के निर्माण के लिए पहले मई 2010 में दिए गए 22 करोड़ 10 लाख रुपए के टैंडर के मुताबिक मई 2012 में टंकियों सहित अन्य निर्माण कार्य पूरा कर शहर में मीठे पानी की सप्लाई शुरू की जानी थी। गत वर्ष16 जुलाई14 को साल भर तक काम नहीं करने पर सरकार की ओर से नोटिस जारी किए गए। मगर कंपनी की ओर से सुध नहीं लिए जाने के बाद कंपनी की अर्नेस्टमनी जब्त कर ली गई। बाद में चूरू में हुए निकाय चुनाव को लेकर लगी आचार संहिता के कारण टैंडर प्रक्रिया अटक गई। अब लंबी चली प्रक्रिया के बाद नई कंपनी को टेंडर जारी किया गया है। निर्माण में हुई देरी की वजह से सरकारी खजाने पर चार करोड़ 56 लाख रुपए का अतिरिक्त भार पड़ा है।
अब नवंबर 2016 तक करना है ये काम
अगस्त 2015 में लाहोटी बिल्डकॉन कंपनी को दिए गए 26 करोड़ 66 लाख के टैंडर के मुताबिक शहर में सात पेयजल टंकियों के अलावा तीन भूतल जलाशयों, तीन पंपिंग स्टेशन, शहर में नई पाइप लाइन बिछाकर सभी घरों में पेयजल कनेक्शन देकर मीटर लगाने का काम नवंबर 2016 तक पूरा करना है।
निजी सप्लायर्स पर निर्भर
शहर में खारे पानी की सप्लाई के कारण लोगों को निजी पेयजल सप्लायर्स से रोजाना फिल्टर पानी मंगवाना पड़ रहा है। वहीं लीकेजों के कारण आए दिन नलों में गंदा पानी आने से लोग पीने के लिए पानी निजी सप्लायर्स से मंगवा रहे हैं।