जयपुर। फरार कुख्यात आनंदपाल सिंह अब अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद की तरह ‘चाल’ चलकर पुलिस से अपनी जान बचाता घूम रहा है। पुलिस की हर चाल को मात देने के लिए आनंदपाल और उसके गुर्गे विशेष कानूनी सलाहकारों की मदद ले रहे हैं। यह खुलासा एसओजी की गिरफ्त में आए राजदार विजय मांड्या और सुरेश ने किया है।

गौरतलब है कि गत 21 मार्च को नागौर के गुढ़ा भगवानदास में पुलिस क्यूआरटी पर आनंदपाल और उसके साथी फायरिंग कर फरार हो गए। इसमें एक जवान शहीद हो गया लेकिन आनंदपाल की कार वहां रह गई थी। जिसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद पर लिखी किताब, कई दस्तावेज, ड्राई फ्रूट्स, नगदी और एके-47 की गोलियां मिली थी।

दाऊद के ऊपर लिखी किताबे पढ़ रहा है आनंदपाल

नागौर पुलिस के मुताबिक, बरामद दाऊद की किताब में कई ऐसे वाकियों का जिक्र है, जिनमें पुलिस और दाऊद के बीच जरा सा फासला था लेकिन दाऊद फिर भी हाथ नहीं आया। उन पेजों पर पेन से विशेष मार्क लगा हुआ है। आनंदपाल की फरारी योजना के मास्टरमाइंड सुरेश मेहर ने खुलासा किया है कि नेटवर्क का हर गुर्गा मीडिया की खबरों पर गहन निगाह रखता है और बचने के तोड़ निकालता है। विजय मांडिया ने भी कबूला था कि आनंदपाल ने फरारी के दौरान सभी राजदारों को विशेष कानूनी सलाहकार रखने को कहा था।

एसओजी और पुलिस ने चला नया पैंतरा

इधर, एसओजी और पुलिस ने आनंदपाल और उसके गुर्गों की रणनीति को तोड़ने के लिए नया पैंतरा चला है। सूत्रों के अनुसार, मिशन आनंदपाल ऑपरेशन में लगे पुलिस अधिकारी अब गुर्गों के पूछताछ नोट की हर जानकारी पर नजर रख रहे हैं। गुर्गे की सुरक्षा में सशस्त्र बल के साथ सादा वर्दी में कमांडो अन्य कोर्ट परिसर में लगाए जाते हैं। कब किसका प्रोडेक्शन वारंट लेना या कब कहां की पुलिस पूछताछ करेगी, इसे भी गुप्त रखा जा रहा है।

लेडी डॉन ने दी धमकी 

जयपुर महिला जेल में निरुद्ध लेडी डॉन अनुराधा चौधरी वीआईपी सुविधाएं और मोबाइल फोन के लिए जेल अधिकारियों को कुख्यात गैंगस्टर आंनदपाल के नाम की धमकी दे रही है। शनिवार को डीडवाना कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस व जेल अधिकारियों ने इसकी शिकायत की। पुलिस ने जुलाई 2015 में अनुराधा चौधरी को गिरफ्तार किया था। हिस्ट्रीशीटर बलबीर बानूड़ा ने उसका आनंदपाल से संपर्क कराया था।

एसओजी ने फिर लिया मांड्या को रिमांड पर

एसओजी ने आनंदपाल के करीबी विजय मांड्या को शनिवार को रतनगढ़ जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। देर शाम एसओजी टीम मांड्या को लेकर जयपुर आ गई। रविवार को फिर उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। इससे पूर्व राजलदेसर पुलिस ने मांड्या को एक दिन की रिमांड अवधि खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था। एसओजी मांड्या व आनंदपाल की फरारी की योजना के मास्टरमाइंड सुरेश मेहर को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। दोनों आनंदपाल के करीबी राजदार हैं।