वैक्सीन के तापमान पर ऑनलाइन नजर



श्रीगंगानगर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अब वैक्सीन की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी ऑनलाइन करनी शुरू कर दी है। इसके लिए जिले में 56 कॉल्डचेन प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। इनकी निगरानी मोबाइल से की जा रही है। आइसाइड रेफ्रिजरेटर (आईएलआर) में रखे जाने वाली वैक्सीन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए तापमान लॉगर लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में जिला चिकित्सालय, शहर की तीन अर्बन पीएचसी, फतूही, कौनी और हिंदुमलकोट में कोल्ड चेन प्वाइंट पर तापमान लॉगर लगा दिए हैं। लॉगर से जुडऩे के बाद गांव, कस्बों में रखे वैक्सीन के तापमान की स्थिति जिला व राज्य स्तर पर भी डिस्पले पर देखी जा सकेगी। वहीं, आईएलआर का तापमान गड़बड़ाने की सूचना सीधे संबंधित कर्मचारी को मोबाइल पर अलर्ट मैसेज से दी जाएगी। संबंधित कर्मचारी मौके पर पहुंचकर तापमान की समस्या को दुरुस्त करेगा। इससे वैक्सीन की गुणवता प्रभावित होने एवं खराब होने से बचाए रखना सहज होगा। प्रदेश में केंद्र सरकार की ओर से संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी)के तहत इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क (ई-विन) प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।
2 से 8 डिसे. तापमान

जिला चिकित्सालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रामप्रसाद बनासिंया ने बताया कि कोल्डचेन प्वाइंट में आईएलआर में रखी गई वैक्सीन का तापमान 2 से आठ डिसे. तक रखना चाहिए। इससे कम या ज्यादा होने पर मोबाइल पर अल्र्ट मैसेज आ जाएगा। पीएमओ में नर्सिंग कार्मिक हरजिंद्र कौर की ड्यूटी लगाई गई है।
जिले में 56 जगह कोल्डचेन प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। वहां वैक्सीन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए आईएलआर में वैक्सीन रखी जाएगी और इसको तापमान लॉगर से जोड़ा जा रहा है।
वीपी असीजा, सीएमएचओ, श्रीगंगानगर।