उपेक्षा: आजाद देश के इस क्षेत्र में नहीं है आज भी कोई ‘अस्पताल’



जोधपुर।राज्य सरकार जन-जन तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाने का दावा कर रही है, वहीं जिले में कई एेसी ग्राम पंचायतें हैं, जहां एक भी सरकारी चिकित्सा संस्थान नहीं है। यहां हजारों की आबादी वास करती है। जोधपुर जिले की 7 पंचायत समितियों के 23 ग्राम पंचायतों में एक भी चिकित्सा संस्थान नहीं है।यहां के बाशिंदों को दूरदराज गांवों और आसपास के चिकित्सा संस्थानों के भरोसे इलाज के लिए रहना पड़ता है। हाल यह है कि एेसी स्थिति में कई लोग झोलाछाप चिकित्सकों के हत्थे चढ़ जाते हैं। बाद में एेसे केस जोधपुर शहर में बड़े अस्पतालों में आकर सुलझते हैं। कई बार हालात एेसे बिगड़ जाते हैं कि मरीज की मौत तक हो जाती है। जोधपुर जिले में कुल 24 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 82 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और 675 उप स्वास्थ्य केन्द्र बने हुए हैं। वहीं जोधपुर शहर में कुल 21 अरबन पीएचसी हैं।
तहसील – इन ग्राम पंचायतों में कोई चिकित्सा सुविधा नहीं

शेरगढ़ – फतेहगढ़, बापूनगर, किशोरनगर,रामगढ़
बालेसर – देवनगर, हनवंत नगर, कोनरी, रावलगढ़, बन्नों का बास, राजसागरलूनी – बड़लानगरओसियां – महादेव नगर, धोलिया नगर, जेलू, मोटियारनगर, भैरूसागर, श्रीरामनगर
बाप – जोड़
मंडोर – पालड़ी मांगलिया, नांदड़ी, बड़ली
फलोदी – जागु बन्ना, गोरछिया बेरा, खेड़ा बागोडि़या