लॉयन न्यज नेटवर्क। कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा रायपुर अधिवेशन के बाद दिल्ली नहीं जाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ जयपुर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि यहां, खेड़ा ने गहलोत के साथ लंबी चर्चा की। इधर, राजनीतिक गलियारों चर्चा है कि पवन खेड़ा की एंट्री अब राजस्थान की राजनीति में हो सकती है क्योंकि पवन खेड़ा उदयपुर के रहने वाले हैं। ऐसे में अब यह माना जा रहा है कि कांग्रेस पवन खेड़ा को भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया की उदयपुर सीट से उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि, कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है। लेकिन, 2023 विधानसभा चुनाव में पवन खेड़ा को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। बता दें कि उदयपुर विधानसभा सीट से बीते चार चुनाव से गुलाबचंद कटारिया विधायक बन रहे थे। इससे पहले 1998 का चुनाव छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर समय भाजपा का ही इस सीट पर कब्जा रहा है। कटारिया 1977 से लेकर अब तक जनता पार्टी और भाजपा से 6 बार उदयपुर विधानसभा से विधायक रहे हैं। कांग्रेस लगातार इस सीट से चुनाव हारती आ रही है, ऐसे में पार्टी वीआईपी उम्मीदवार के रूप में पवन खेड़ा को मैदान में उतार सकती है। इस सीट पर कांग्रेस की गिरजा व्यास एक बड़ा चेहरा हुआ करती थीं, लेकिन अब वे राजनीति से किनारा कर चुकी हैं।