भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया राहटकर ने कहा कि ‘मी टू’ को लेकर जिन्हें परेशानी है, उन्हें यह कदम बहुत पहले उठाना चाहिए था। जो महिलाएं ‘मी टू’ के तहत अपने दर्द को रख रही हैं, उनके साथ गलत हुआ। लेकिन मेरी बात को अन्यथा न लें। यह वह तबका है जो शिक्षित और अच्छे समाज से जुड़ा है। आप अगर अब अपनी बात रख सकते हो। तो इतना लेट क्यों। अगर पहले कदम उठाते तो शायद दूसरों के लिए अच्छा रहता।

ग्वालियर से नई दिल्ली के लिए जा रही ‘महिला सशक्तीकरण यात्रा’ की संयोजक और भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष विजया राहटकर आगरा में यात्रा के साथ पहुंचीं। इस मौके पर उन्होंने हिन्दुस्तान ने खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि स्त्री, पुरुष दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं। शत्रु भी कह सकते हैं। लेकिन एक साथ चले बिना समाज नहीं चल सकता। राहटकर ने कहा कि सिस्टम पहले भी था। अब भी है। अगर आपको परेशानी सालों पहले हुई तो दवा अब क्यों ले रहे हो। किसी के साथ कुछ गलत होता है तो जाहिर सी बात है उसके मन में दर्द रहता है। ऐसे में अपने विचार रखने के लिए हर आदमी और महिला स्वतंत्र है।

 

महिला सशक्तीकरण यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उन्होंने कहा कि बात अगर सशक्तीकरण की हो। तो इसमें सिर्फ राजनैतिक महिलाएं शामिल नहीं है। हर महिला को सशक्तीकरण की आवश्यकता है। फिर चाहे वह किसी भी वर्ग की महिला हो। यात्रा के दौरान मैंने देखा कि आज भी महिलाएं हैं जिन्हें शिक्षा रूपी हथियार और कानून रूपी अधिकारों की जानकारी नहीं है। यही हमारे सबसे बड़े हथियार हैं। तो उद्देश्य सिर्फ इतना है कि हमारो राष्ट्र की हर महिला सशक्त बनें।