सरे राह केक-कटिंग का टशन, संदेह में मार डाला, चोर मचाए शोर
अभी ‘बीकानेर की शेरनी’ को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म ही है कि सोशल मीडिया पर टशन करके चर्चा पाने की फिराक में युवकों ने ऐसा बर्थ-डे सेलिब्रेट किया कि माहौल खराब होते-होते रह गया। सोनगिरी कुआं क्षेत्र में पहुंची पुलिस ने मामले को शांत किया। इन दिनों यह नया फैशन है कि दोस्त-लोग मिलकर सड़क पर जन्मदिन मनाते हैं। बाइक पर केक काटते हैं और केक को खाने की बजाय चेहरे पर लगाते हैं। सोमवार रात को ऐसा हुआ और राहगीरों को भी केक लगाया जाने लगा कि माहौल बिगड़ गया। एक बारगी तो साम्प्रदायिक सद्भाव खतरे में पड़ता नजर आया। एफआइआर दर्ज हुई है, आरोपियों को पकड़ा भी गया है। दोनों पक्षों के समझदार लोग बैठक राजीनामा करवाने के लिए दौड़-धूप कर रहे हैं। मामला चाहे बीकानेर की शेरनी का हो चाहे सरेराह बर्थ-डे सेलिब्रिट करने वाले लड़कों का। ऐसा लगता है कि ये सारे सोशल मीडिया के माध्यम से जताना चाहते हैं कि हम स्वतंत्र हैं। जबकि इन्हें पता नहीं यह स्वतंत्रता नहीं, स्वछंदता है, जिसका घर, समाज और देश से किसी भी प्रकार का हित नहीं जुड़ा है।
इसी प्रकृति का दूसरा मामला खारा की एक फैक्ट्री में निकला, जिसमें मोबाइल चोरी की आशंका में नरेंद्रसिंह नाम के व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला गया। इस घटना से आक्रोश ऐसा भड़का कि बीकानेर बंद की घोषणा हो गई। यातायात जाम कर दिया गया। प्रदेश के नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बीच हॉट-लाइन पर बात हुई। आखिरकार जामसर एसएचओ रविकुमार को हटाने सहित लगभग सभी मांगों पर सहमति बनने के बाद विरोध शांत हुआ। फैक्ट्री वालों को चाहिए था कि संदिग्ध को पुलिस के हवाले करते। खुद ही फैसला करना और मौत के घाट उतार देने का सीधा अर्थ है कि लोगों को कानून का भय ही नहीं रहा। सरेराह जन्मदिन मनाना और फैक्ट्री में बुलाकर किसी व्यक्ति की जान ले लेने जैसी घटनाएं इस शहर के लिए खतरनाक संकेत है, समय रहते शहर का लॉ-एंड-ऑर्डर देखने वालों को सचेत हो जाना चाहिए।
इन दो घटनाक्रमों के अलावा तीसरा एक घटनाक्रम काफी रोचक रहा, जिसमें भी पुलिस की भूमिका रही। हुआ यह कि कोलायत के एक घर को बंद देखकर इंद्राज प्रजापत और सज्जन प्रजापत नाम के दो चोर घुस गए। चोरी कर ही रहे थे कि मकान-मालिक परिवार सहित घर लौटा। शक हुआ तो उसने आसपास के लोगों को बुलाकर चोर को पकडऩे की जुगत भिड़ाई। लेकिन चोर बड़े सयाने। दोनों ने पुलिस को बुलाया और कहा कि हमें पकड़ कर ले चलो। पुलिस आई तो कहा कि सीटी बजाकर साबित करो कि हम पुलिस वाले हैं।
हद तो यह कि पुलिस ने ऐसा भी किया। अपने आपको मार खाने से बचाने के लिए पुलिस का सहारा लेने का यह आइडिया इन दिनों चर्चा में है। बहरहाल, दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
नगर निगम के वार्ड नंबर तीन के उपचुनाव के लिए तैयारियां तेज हैं। पांच सितंबर को चुनाव होने हैं। विधायक जेठानंद व्यास गोपेश्वर महादेव मंदिर में टंकी के शिलान्यास कार्यक्रम के बाद हुए विरोध से अधिक सक्रिय हो गए हैं। कभी रेल अधिकारियों से मिलकर रेल फाटकों की समस्याओं पर अपडेट ले रहे हैं तो कभी पीबीएम अस्पताल से जुड़ी समस्याओं के समाधान का प्रयास कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भी किसमीदेसर बचाओ संघर्ष समिति की मांगों पर ध्यान देते हुए डीपीआर बनवाने के निर्देश दिए हैं। किसमीदेसर अर्जुनराम मेघवाल का गांव है, लेकिन वहां पानी की समस्या से लोग बरसों से परेशान है। अर्जुनराम के पहले चुनाव में उनके सामने कांग्रेस के प्रत्याशी रेंवतराम आरएलपी से वापस कांग्रेस में आ गए हैं। भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल के बयान के विरोध में सचिन पायलट के समर्थकों ने बीकानेर में भी प्रदर्शन किया। राज्यपाल हरिभाऊ किसनराम वागड़े सांचू बॉर्डर देख गये हैं। बारिश का दूसरा दौर शुरू हो गया है। मंगलवार को तेज बारिश से एक बार फिर शहर में जगह-जगह जलभराव की समस्या खड़ी हो गई। रेल-फाटक भी जाम हो गया। मेळे-मगरियो के लिए पदयात्रियों के जत्थे तैयार हैं। हालांकि घिर कर आई बारिश से लोगों की चिंता बढ़ी है, लेकिन आस्था और श्रद्धा का सैलाब हिलोरे मार रहा है। भाजपा संगठन सदस्यता अभियान चला रहा है।
बस यही दो मसले जिंदगी भर ना हल हुए
ना नींद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए