कुचामनसिटी (आंचलिक)। कस्बे के निकटवर्ती ग्राम रूपपुरा एक ऐसा गांव जहां शराब का सेवन अत्यधिक मात्रा में होता है। यहीं नहीं इस गांव में शराब की लत ने गांव की दर्जनों महिलाओं के सुहाग को भी उजाड़ दिया है। राजस्थान पत्रिका की और से चलाए जा रहे शराब के खिलाफ इंकलाब अभियान को लेकर युवा जागरुक होकर आगे आए है। जिन्होंने अब ग्राम को शराबमुक्त बनाने के लिए प्रयास शुरु किया है। युवाओं का मानना है कि शराबबंदी को लेकर लड़ाई लडऩी होगी तभी जाकर शराब पर अंकुश लग पाएगा।

 महिलाओं के शराब से उजड़े सुहाग

ग्राम रूपपुरा के युवाओं ने बताया कि इस गांव में शराब का सेवन इस कदर होता है कि शराब की लत से गांव की दर्जनों महिलाओं के सुहाग उजड़ गए है। शराब के नशे में किसी ने आत्महत्या कर  ली तो कोई सड़क हादसे का शिकार हो गया। युवाओं का मानना है कि अधिकांश लोगों की शराब के अत्यधिक सेवन से ही मौत हुई है।

पुलिस अधीक्षक को भेजा पत्र, लगाई गुहार

रूपपुरा गांव के युवाओं ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन प्रेषित कर शराब माफियाओं पर लगाम कसने की गुहार लगाई है। युवाओं ने ज्ञापन में लिखा है कि शराब के कारण पूरा गांव बर्बाद हो रहा है। अब हमें भी बचा लो। ज्ञापन में यह भी लिखा है कि गांव में करीब ८-१० जगहों पर अवैध रुप से शराब बेची जा रही है।

पहले भी दे चुके है ज्ञापन, लेकिन नहीं हुई कार्रवाही

ग्राम रूपपुरा के ग्रामीण पहले भी पुलिस उपाधीक्षक विद्याप्रकाश एवं थानाधिकारी अमराराम खोखर को शराब पर पाबन्दी को लेकर ज्ञापन देकर शराब बेचने वालों पर कार्रवाही की मांग कर चुके है। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने किसी प्रकार की रूचि नहीं दिखाई। अब ग्रामीणों ने जिला अधीक्षक को ज्ञापन भेजकर कार्रवाही की मांग की है।  (डेमो पिक )