सांभरलेक.।   आर्थिक तंगी से जूझ रही सांभर सॉल्ट लिमिटेड का प्रबंधन कंपनी की आय बढ़ाने के प्रति ही गंभीर नजर नहीं आ रहा। ऐसा ही मामला गुरुवार को तब सामने आया, जबकि सांभर सॉल्ट यूनियन के कर्मचारी धरने पर बैठ गए। सूत्रों ने बताया कि कंपनी की ओर से गत मार्च-अप्रेल माह में मेन लाइन क्यार में नमक जमाया गया था, लेकिन उसे अभी तक नहीं निकाला गया है। सांभर सॉल्ट कर्मचारी संघ ने कई बार प्रबंधन को अवगत भी कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

बरसात से नमक खराब होने का डर

पिछले कई दिनों से हो रही बरसात से चिंतित सॉल्ट कर्मचारी संघ पदाधिकारी नमक खराब होने की आशंका को देखते गुरुवार को अध्यक्ष विजय शर्मा के नेतृत्व में सांभर सॉल्ट लिमिटेड के महाप्रबंधक (कार्य) के कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गए और क्यार से नमक उठाने की मांग की। इस पर जयपुर से पहुंचे राजीव अग्निहोत्री महाप्रबंधक (मार्केटिंग) तथा संदीप टांक महाप्रबंधक (वित्त) ने संघ पदाधिकारियों से बात की और जल्द नमक उठाने का आश्वासन दिया।

तीन दिन का दिया समय

श्रमिकों ने क्यार से नमक उठाने के लिए प्रबंधन को तीन दिन का समय दिया। संघ के अध्यक्ष विजय शर्मा ने बताया कि मेन लाइन क्यार में लगभग 18 से 20 हजार मीट्रिक टन नमक जमा हुआ तैयार पड़ा, लेकिन कंपनी प्रबंधन तैयार नमक को भी नहीं निकाल रहा। यदि बरसात तेज हो गई तो नमक खराब हो जाएगा और इससे कंपनी को डेढ़-दो करोड़ रुपए का नुकसान हो जाएगा। इस अवसर पर संघ के उपाध्यक्ष मूलचंद सूत्रकार, गिर्राज व्यास, प्रेम शर्मा, टीकाराम मीणा, मोहन लाल चेजारा, औंकार बंधेवाल, लक्ष्मण आदि मौजूद थे।

बढ़ सकता था उत्पादन

सूत्रों ने बताया कि मेन लाइन क्यार में लगभग 600 पेन (छोटे क्यार) हैं। गर्मी के मौसम में 15-20 दिन में नमक जम जाता है। यदि कंपनी समय पर नमक निकाल लेती तो दोबारा नमक जमाकर 10 हजार मीट्रिक टन नमक का उत्पादन किया जा सकता था। इससे कंपनी को लाखों रुपए की आमदनी होती, लेकिन अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे रहे।

एक माह से इंजन खराब

क्यारों से नमक लाने वाले ट्रेन का एक इंजन लगभग एक माह से खराब पड़ा है, लेकिन कंपनी प्रबंधन इसे भी ठीक नहीं करा रहा। यदि प्रबंधन समय पर इंजन को ठीक करा क्यार से नमक उठा लेता तो इंजन का खर्चा ही नहीं और भी कमाई कर सकता था।

नमक उठे तो मिले मजदूरी

उधर, श्रमिकों ने बताया कि अभी तक क्यार की सफाई करने का पैसा नहीं मिला है। कंपनी तंगी का रोना रोती रहती है और तैयार नमक को उठा नहीं रही। यदि नम उठ जाएगा तो उनकी भी मजदूरी मिल जाएगी।