सामने आई विश्वविद्यालय प्रशासन की गलती, परीक्षा पर संशय बरकरार





अलवर.। राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को लेकर असमंजस बरकरार है। जयपुर से आए तकनीकी अधिकारियों व विश्वविद्यालय प्रशासन की शुक्रवार को 6 घंटे तक बैठक चली, जिसमें प्रारम्भिक तौर पर विश्वविद्यालय प्रशासन की गलती ही सामने आई।जिला कलक्टर एवं कुलपति मुक्तानंद अग्रवाल सुबह 11 बजे मत्स्य विश्वविद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने सूचना व प्रौद्योगिकी विभाग की संयुक्त निदेशक ज्योति लुहारिया, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जितेन्द्र सिंह नरुका, परीक्षा नियंत्रक डॉ. शशिकांत गुप्ता सहित परीक्षा से जुड़े हुए लोगों की बैठक ली। बैठक का प्रथम चरण सुबह 11 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक चला। जिला कलक्टर दोपहर बाद पांच बजे फिर मत्स्य विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन पहुंचे और फिर बैठक बुलाई, जो करीब एक घंटे तक चली। इस बैठक में प्रारम्भिक स्तर पर विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही सामने आई है।
बंद कमरे में पता लगी खामियां

मत्स्य विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में कई घंटे तक चली बैठक में कुलपति और जिला कलक्टर ने परीक्षा प्रणाली से सम्बन्धित सभी तथ्यों की जानकारी ली। बैठक में सूचना व प्रौद्योगिक विभाग जयपुर से आई टीम के सदस्यों से भी बात की गई। बैठक के बाद शनिवार को अलवर जिले के सभी परीक्षा केन्द्राधीक्षकों और महाविद्यालयों के प्राचार्य और परीक्षा प्रभारियों की बैठक कला महाविद्यालय में सुबह साढ़े 9 बजे बुलाने का निर्णय किया गया। इसमें सभी प्राचार्यों से फीड बैक लेकर परीक्षा आयोजन तिथि पर मुहर लगाई जाएगी।राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के कुल सचिव जितेन्द्र सिंह नरुका ने बताया कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों और सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जयपुर से आए तकनीकी अधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक 14 मई को कला महाविद्यालय में होगी। सुबह साढ़े नौ बजे परीक्षा केन्द्र वाले महाविद्यालयों तथा दोपहर 12 बजे परीक्षा केन्द्र नहीं वाले महाविद्यालयों की बैठक होगी। सम्भागियों को अपने साथ एक पैन, ड्राइव और लैपटॉप मय नेट कनेक्शन के लाना होगा।
कन्ट्रोल रूम बनाया
विद्यार्थी अपने प्रवेश से सम्बन्धित परेशानियों के लिए कन्ट्रोल रूम पर सम्पर्क कर सकते हैं। इसके लिए 9660986355, 9413041166, 9571003610 आदि नम्बर मुहैया कराए गए हैं।
संवादहीनता से अव्यवस्था
ज्योति लुहारिया संयुक्त निदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिक विभाग ने बताया कि मत्स्य विश्वविद्यालय पहली बार परीक्षा आयोजित कर रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन और महाविद्यालयों के बीच संवादहीनता के बीच यह अव्यवस्था फैली है, जिसे शीघ्र ही दूर कर लिया जाएगा। इस अव्यवस्था के पीछे किसी की लापरवाही नजर नहीं आ रही है। इन गलतियों को सुधारने के लिए जयपुर से एक टीम आई है।
शीघ्र होगा निस्तारण
मुक्तानंद अग्रवाल जिला कलक्टर एवं कुलपति मत्स्य विवि ने बताया कि परीक्षाएं पहले ही 17 मई तक स्थगित की जा चुकी है। आगामी तिथियों में परीक्षा आयोजन का निर्णय शनिवार को होने वाली बैठक में लिया जाएगा। एेसे में विद्यार्थी अपनी समस्या विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डिटेल सहित लिख सकते हैं जिनका शीघ्र ही निस्तारण किया जाएगा। विद्यार्थियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।