कोटा। रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए प्रबंधन द्वारा पुरजोर प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही।  सारथी योजना के माध्यम से बसों को ठेके पर देने और मुख्यालय से परिचालकों का ड्यूटी चार्ट बनाकर भेजने से भी काम नहीं चल रहा।अब घाटा कम की जुगत सुझाने के लिए रोडवेज प्रबंधन अब ईवाय कंसलटेंसी कम्पनी की मदद ले रहा है। करीब तीन करोड़ रुपए में ये कंसलटेंसी कम्पनी रोडवेज की आय के साथ साथ छवि भी सुधारेगी।जल्द ही कंसलटेंसी कम्पनी के प्रतिनिधि सभी डिपो में जाएंगे और कामकाज की समीक्षा करेंगे। इसके बाद यह तय करेंगे कि किस योजना को लागू करने से रोडवेज का फायदा होगा। कंसलटेंसी रोडवेज के लिए विज्ञापन से आय का तरीका भी सुझाएगी। राजस्थान रोडवेज के महाप्रबंधक राजेश यादव ने कहा कि कंसलटेंसी से जो नए सुझाव मिलेंगे, उससे रोडवेज को कुछ नया करने को मिलेगा। रोडवेज को फायदा ही होगा।