राजस्थान पर नजरें, भाजपा के खाते में जाएंगी चारों सीटें






नई दिल्ली । राजस्थान से खाली होने जा रही राज्यसभा की चार सीटों पर कई दिग्गज नेताओं की नजरें लगी हैं । सूत्रों की माने तो चार में से दो सीटों पर केंद्र नाम तय करेगा। ऐसे संकेत हैं कि इन सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों को एडजस्ट किया जा सकता है। बाकी दो सीटों पर राज्य से नाम तय होंगे।राम जेठमलानी को भाजपा फिर से टिकट नहीं देने जा रही है। इनकी जगह राज्य से ही कोई नया चेहरा आएगा। वीपी सिंह का पहला कार्यकाल है इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें एक और मौका दे सकती है। कांग्रेस के अश्क अली टाक की जगह भाजपा को इस बार मौका मिलेगा। जबकि कांग्रेस के आनंद शर्मा के हिमाचल प्रदेश से चुने जाने के बाद एक सीटे पहले ही खाली हो गई थी। इन दो सीटों पर केंद्र की तरफ से नाम तय किए जाने के संकेत हैं। दरअसल पार्टी को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, एम वैंकेया नायडू और सुरेश प्रभु को दूसरे राज्य से चुनकर भेजना है । ऐसे संकेत हैं कि यदि नायडू को फिर से कर्नाटक से टिकट दिया जाता है तो सीतारमन को दूसरे राज्य से लाना होगा क्योंकि आंध्र में भाजपा के पास इस बार सीटें नहीं है। ऐसे में आलाकमान को यही तय करना है कि नायडू और सीतारमन में से किस को राजस्थान या मध्यप्रदेश से लाया जाए ।इसी तरह सुरेश प्रभु को भी इस बार दूसरे राज्य से लाना पड़ेगा । क्योंकि हरियाणा में स्थिति बदल गई है। ऐसे संकेत है कि कांग्रेस और इनेलो के बीच सहमति से उम्मीदवार मैदान में उतरेगा। ऐसे में प्रभु को दूसरे राज्य से लाना पड़ेगा।महाराष्ट्र में भी भाजपा के पास जगह ,लेकिन वहां दावेदार काफी हैं। इसलिए प्रभु को भी राजस्थान से लाने की चर्चा है। रहा सवाल एक और सीट का तो राजस्थान से ओपी माथुर और रामलाल का नाम भी चल रहा है। ज्यादा खींचतान हुई तो माथुर को महाराष्ट्र से भी लाया जा सकता है। इनके साथ स्थानीय नेताओं की भी लंबी सूची है।