रेलवे ट्रैक पर यात्रियों का खून बह रहा है। रेलवे ट्रैक पार करने वाले लोगों की आए दिन मौत होती है। सबसे अधिक दुर्घटनाएं अलवर जंक्शन क्षेत्र में होती है। इसके बाद दूसरा स्थान खैरथल स्टेशन का है। बावजूद इसके इस ओर रेलवे का ध्यान नहीं है।

अलवर ए श्रेणी का जंक्शन है। प्रतिदिन जंक्शन से 50 सवारी गाड़ी गुजरती हैं। एेसे में जंक्शन के आसपास क्षेत्रों में रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ तारबंदी व दीवार की सुविधा जरूरी है। लेकिन अलवर सहित क्षेत्र में आने वाले किसी भी जंक्शन पर एेसी सुविधा नहीं है।

इसलिए अलवर जंक्शन सीमा से ज्यादा लोग आसपास भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रेन की चपेट में आते हैं। एक जनवरी 2016 से अब तक रेलवे सीमा में ट्रेन की चपेट में आने से 20 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 2015 में रेलवे सीमा में 49 लोगों की मौत हुई थी। रेलवे ट्रैक पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने वालों की संख्या हर साल बढ़ रही है।

ये प्वाइंट खतरनाक

रेलवे ट्रैक पार करते समय सबसे अधिक घटनाएं अलवर में कला कॉलेज के पास, एफसीआई गोदाम के पास, ईटाराणा रेलवे फाटक के पास, खैरथल स्टेशन के पास, हरसौली स्टेशन के पास व गोविंदगढ़ रेलवे फाटक से कुछ दूर होती हैं।

2015 में 49 की मौत

साल 2015 में रेलवे ट्रैक पार करते समय 49 लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। इसमें अलवर स्टेशन सीमा पर 26 लोगों की मौत हुई थी। खैरथल स्टेशन सीमा में 7, हरसौली स्टेशन सीमा में 2, अजरका स्टेशन सीमा में एक, गोविंदगढ़ में  4, रामगढ़ में 3, मालाखेड़ा में 2, पडी़सल में 1, डीग में 1, रामगढ़ में 1 व सुरेर स्टेशन सीमा पर 1 व्यक्ति की मौत हुई है।

भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नहीं हैं पर्याप्त इंतजाम

रेलवे स्टेशन के आसपास भीड़भाड़ वाले इलाकों में रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ तारबंदी व चार दीवारी जरूरी है। लेकिन कुछ जगहों को छोड़कर किसी भी जगह तारबंदी व चार दीवारी की सुविधा नहीं है। एेसे में लोगों की जान तो जाती ही है साथ ही ट्रेन यातायात भी प्रभावित होता है। तारबंदी एवं दीवार के अभाव में कई बार आवारा पशु भी रेलवे ट्रैक पर आकर दुर्घटना को न्योता देते हैं।

हरसौली पर आए दिन हादसे

खैरथल से हरसौली स्टेशन के बीच बीते कुछ दिनों से सबसे अधिक हादसे हुए। रेलवे ट्रैक पार करते व ट्रेन से गिरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। खैरथल व हरसौली क्षेत्र में 11 के आसपास घटनाएं हो चुकी हैं।

2016 के आंकड़ों पर एक नजर

एक जनवरी से अब तक अलवर जंक्शन पर 7 लोग मर चुके हैं। इसी तरह से खैरथल जंक्शन पर 4 लोग, हरसौली स्टेशन पर 3 लोग, अजरका स्टेशन पर 1, रामगढ़ स्टेशन पर 1, मालाखेड़ा स्टेशन पर 2,महुआ स्टेशन पर 1 व ऊंटवाल स्टेशन सीमा में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।

किए जाएंगे प्रयास

तरुण जैन जन सम्पर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर ने बताया कि रेलवे की तरफ से वैसे तो रेलवे स्टेशन व भीड़भाड़ वाली जगहों पर तारबंदी व दीवार करा रखी है। लेकिन जिन जगहों पर एेसा नहीं है। वहां आरपीएफ व जन प्रतिनिधियों के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जाएगा। रेलवे ट्रैक पार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होती है। एेसी जगहों को चिह्नित  कर तारबंदी व दीवार बनवाने के भी प्रयास किए जाएंगे।