कोटा। पेपरलेस कार्य की ओर अग्रसर हो रही रेलवे ने अब आरक्षित टिकट के साइज को बढ़ाने का फैसला किया है। यह केवल काउंटर से लिए गए आरक्षित टिकटों पर ही लागू होगा। बढ़े टिकट के आकार पर रेलवे विज्ञापन देगा जो कमाई का साधन होगा। विज्ञापन देने वाली कंपनी को ही इस टिकट की छपाई की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इसे पूरी तरह कलरफुल किया जा सकता है। विज्ञापन नहीं होने पर रेलवे के नियम और सुविधाओं की जानकारी प्रकाशित की जाएगी। टिकट की साइज बढऩे से यात्रियों को हेल्पलाइन नंबर स्पष्ट नजर आएंगे। अब पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के तहत मिलने वाले आरक्षित टिकट 15.6 सेमी लम्बा और 9.6 सेमी चौड़ा होगा। जो वर्तमान साइज से यह 64 फ ीसदी अधिक बड़ा होगा। रेलवे बोर्ड की ओर से सभी जोनल मुख्यालय को पत्र भेजकर बढ़े स्पेस का उपयोग विज्ञापन से भरने को कहा है। पीआरएस टिकट के 30 फीसदी क्षेत्र में यात्रियों से संबंधित सूचनाएं प्रकाशित होंगी। जबकि शेष बचे 70 फ ीसदी भाग में विभिन्न कंपनियों का विज्ञापन होगा। विज्ञापन बुक करने लिए जोन मुख्यालयों को स्वतंत्र छोड़ दिया गया है। रेलवे सूत्रों के अनुसार कोटा मंडल में अभी भी 60 प्रतिशत यात्री काउंटर से टिकट लेकर सफर करते हैं।