पूर्व PM राव की किताब में खुलासा, इंदिरा की हत्या के बाद पीएमओ में हुआ था ऐसा



- उनके इंदिरा गांधी से सम्बंध असहज थे। पुस्तक में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की घटनाओं समेत कई खुलासे किए गए हैं।नई दिल्ली। लोगों को स्मरण होगा कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव का जब दिसम्बर 2004 में निधन हुआ, उस समय वे अपने जीवन और जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं पर दूसरी पुस्तक लिख रहे थे।
उनके निधन के चलते यह पुस्तक अधूरी रह गई थी। उनके व्यक्तिगत कागजात और साक्षात्कारों से यह जाहिर ही है कि उनके इंदिरा गांधी से सम्बंध असहज हो गए थे।
विख्यात पत्रकार विनय सीतापति ने राव के सैकड़ों व्यक्तिगत पत्रों के आधार पर एक किताब लिखी है। किताब आगामी जुलाई में बाजार में आएगी।
पुस्तक में आपातकाल, इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की घटनाओं, बाबरी मस्जिद विध्वंस प्रकरण समेत कई खुलासे किए गए हैं।
पुस्तक में लिखा गया है कि इंदिरा जी की हत्या के बाद 31 दिसम्बर 1984 को उनके पास एक कांग्रेस नेता की टेलीफोन कॉल आई कि दिल्ली पुलिस के आयुक्त से लेकर एसएचओ तक सभी पीएमओ को सीधे रिपोर्ट करेंगे।
राव उस समय गृह मंत्री थे और यह उन्हें बाईपास करने का सीधा मामला था। किताब में है कि कांग्रेस के इस नेता के राजीव से सीधे सम्बंध थे।
उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सिखों को लेकर दंगे भड़क उठे थे और इसमें कांग्रेसियों के हाथ सामने आ रहे थे। किताब अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के 25वें साल पूरी होने के मद्देनजर लिखी गई है। 1991 में राव ने ही अर्थव्यवस्था का उदारीकरण किया था।