पुणे के जर्नलिज्म इंस्टीट्यूट को मिला एक्सप्लोसिव्स भरा पार्सल, ये दी गई धमकी


पुणे। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (एफटीआईआई) के बाद पुणे यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म (रानाडे इंस्टीट्यूट) को एक धमकी भरा लेटर और पार्सल मिला है। इसमें एक्सप्लोसिव बनाने का कुछ सामान, पीले रंग का पाउडर, डेटोनेटर और एक लेटर है। इसमें जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को कैम्पस में बुलाने के खिलाफ धमकी दी गई है।
पुलिस ने शुरू की जांच…
– इंस्टीट्यूट की ओर से पुलिस को शिकायत की गई है। इसके बाद एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
– इस पार्सल में भी वैसा ही सामान है, जो दो दिन पहले एफटीआईआई इंस्टीट्यूट को भेजे गए पार्सल में था।
– डीसीपी सुधीर हीरेमथ के मुताबिक, शनिवार को ये पार्सल आया। इसमें एक्सप्लोसिव बनाने वाला मटेरियल और एक धमकी वाला लेटर है।
– लेटर जर्नलिज्म की हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ. माधवी रेड्डी के नाम भेजा गया है। इसमें लिखा है कि आप राष्ट्रविरोधी कन्हैया कुमार का समर्थन कर रही हैं और आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
– इस पार्सल में भी वैसा ही सामान है, जो दो दिन पहले एफटीआईआई इंस्टीट्यूट को भेजे गए पार्सल में था।
– डीसीपी सुधीर हीरेमथ के मुताबिक, शनिवार को ये पार्सल आया। इसमें एक्सप्लोसिव बनाने वाला मटेरियल और एक धमकी वाला लेटर है।
– लेटर जर्नलिज्म की हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ. माधवी रेड्डी के नाम भेजा गया है। इसमें लिखा है कि आप राष्ट्रविरोधी कन्हैया कुमार का समर्थन कर रही हैं और आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
– कन्हैया यहां अप्रैल के आखिरी हफ्ते में आने वाले थे, लेकिन वो प्रोग्राम कैंसल हो गया। माना जा रहा है कि वे इस महीने यहां आ सकते हैं।
और क्या लिखा है लेटर में?
– लेटर में आगे लिखा गया है, “कन्हैया कुमार को संस्थान में प्रवेश नहीं दिया जाए। वरना अंजाम बुरा होगा।”
– पार्सल मिलने के बाद इंस्टीट्यूट की सिक्युरिटी सख्त कर दी गई है। आउटसाइडर्स को कड़ी जांच के बाद ही कैम्पस में एंट्री दी जा रही है।
– पार्सल मिलने के बाद इंस्टीट्यूट की सिक्युरिटी सख्त कर दी गई है। आउटसाइडर्स को कड़ी जांच के बाद ही कैम्पस में एंट्री दी जा रही है।
फोरेंसिक जांच के लिए भेजा पार्सल
– जांच में सामने आया है कि दोनों पार्सल शहर से ही भेजे गए हैं। इसके सामान को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
– पुलिस इस मामले में लोकल एंगल की भी जांच कर रही है। डीसीपी का कहना है कि 2015 में संभाजी ब्रिगेड के एक मेंबर को भी इसी तरह का पार्सल भेजा गया था।
– पुणे यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर वासुदेव गाड़े का कहना है, “शनिवार शाम मिले इस पार्सल को किसी ने नहीं खोला था। पहले पुलिस को जानकारी दी गई थी।”
– “यह दूसरी बार है जब इस तरह का मामला रानडे इंस्टीट्यूट में सामने आया है। कुछ महीने पहले एक अज्ञात पत्र भेज कर कन्हैया कुमार को कैम्पस में नहीं बुलाने को कहा गया था।”
– बता दें कि रानाडे इंस्टीट्यूट, सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी का ही टेलिकम्युनिकेशन और जर्नलिज्म सेंटर हैं। यहां फॉरेन लैंग्वेज के कोर्स भी कराए जाते हैं।
– पुलिस इस मामले में लोकल एंगल की भी जांच कर रही है। डीसीपी का कहना है कि 2015 में संभाजी ब्रिगेड के एक मेंबर को भी इसी तरह का पार्सल भेजा गया था।
– पुणे यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर वासुदेव गाड़े का कहना है, “शनिवार शाम मिले इस पार्सल को किसी ने नहीं खोला था। पहले पुलिस को जानकारी दी गई थी।”
– “यह दूसरी बार है जब इस तरह का मामला रानडे इंस्टीट्यूट में सामने आया है। कुछ महीने पहले एक अज्ञात पत्र भेज कर कन्हैया कुमार को कैम्पस में नहीं बुलाने को कहा गया था।”
– बता दें कि रानाडे इंस्टीट्यूट, सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी का ही टेलिकम्युनिकेशन और जर्नलिज्म सेंटर हैं। यहां फॉरेन लैंग्वेज के कोर्स भी कराए जाते हैं।