अमिताभ बच्चन आयकरविभाग के साथ सहयोग करने की बात कही है, क्योंकि वो जानना चाहते हैं कि इस मामले में उनका नाम कैसे आया…

मुंबई। मैंने आयकर और प्रवर्तन विभाग के भेजे सभी सवाल और नोटिस के गंभीरता से जवाब दिए हैं। मैं देश के कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं। यह कहना है अभिनेता अमिताभ बच्चन का। बता दें कि पनामा पेपर्स लीक में अमिताभ बच्चन और उनकी बहूऐश्वर्याका नाम भी शामिल है। हालांकि, बिग बी ने पनामा में एक कंपनी में शामिल होने की बात से एक बार फिर इनकार किया, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि कि पिछले 6-7 साल से इनकम टैक्स डिपार्टंमेंट और एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) कुछ मामलों की जांच कर रहा है।
आयकर विभाग के साथ हूं….
अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पनामा पेपर्स केस में कहा कि वह देश के कानून के पाबंद नागरिक हैं और आयकर विभाग के साथ सहयोग कर रहे हैं। 73 वर्षीय अभिनेता ने कहा, मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने पनामा पेपर्स मुद्दे पर पूरी तरह जांच शुरू कराई है, जिसके लिए मैं खुद जानना चाहता हूं कि इन चार कंपनियों के सिलसिले में मेरा नाम कैसे आया। उन्होंने कहा, मैं पनामा पेपर्स की खबरों पर एक बार फिर दोहराना चाहता हूं कि मैं चार कंपनियों के बोर्ड में निदेशक नहीं रहा हूं, जैसा कि पहले एक रिपोर्ट में आया था।
इन कंपनियों में आया अमिताभ-ऐश्वर्या का नाम…
पनामा पेपर्स के मुताबिक, अमिताभ बच्चन को चार कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था। इनमें से तीन बहामास में थीं, जबकि एक वर्जिन आइलैंड में थी। इन्हें 1993 में बनाया गया। इन कंपनियों की अथॉराइज्ड कैपिटल 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच थी। ये कंपनियां उन शिप्स का कारोबार कर रही थीं, जिनकी कीमत करोड़ों में थी।
ऐश्वया राय बच्चन को पहले एक कंपनी का डायरेक्टर बताया गया। बाद में उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लेयर कर दिया गया। कंपनी का नाम अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था। इसका हेडक्वार्टर वर्जिन आइलैंड में था। ऐश्वर्या के अलावा पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे। जानकारी के मुताबिक, यह कंपनी 2005 में बनाई गई। तीन साल बाद यानी 2008 में यह बंद हो गई थी।