जयपुर। प्रदेश के स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2016-17 के लिए लागू किए गए नए पाठ्यक्रम में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान को हटाने पर हंगामा मचा हुआ है। विपक्षी कांग्रेस राज्य सरकार पर द्वेषपूर्वक नेहरू को स्कूली सिलेबस से हटाने का आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रही है।

असल में नेहरू को स्कूली पाठ्यक्रम से हटाने की शुरुआत तो 2013-14 में ही हो गई थी, जब नेहरू लिखित पुस्तक ‘भारत की खोज’ को कक्षा 8 से हटा दिया गया था। यही वो समय था जब पहले राजस्थान में और फिर केन्द्र में भाजपा की सरकार बनी। शैक्षणिक सत्र 2013-14 तक जवाहरलाल नेहरू लिखित किताब ‘भारत की खोज’ आठवीं कक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा थी। लेकिन राज्य में सरकार बदलते ही इसे हटा दिया गया।

अब मंगवाई पुस्तकें 

जानकारी के अनुसार वर्ष 2016-17 से पहले तक नए पाठ्यक्रम का अनुमोदन राज्य सरकार के स्तर पर होता था। इसके लिए गठित कमेटी सिलेबस को जांच परखकर अनुमोदित करती थी। लेकिन इस बार यह जिम्मेदारी राज्य अनुसंधान एवं शैक्षणिक परिषद उदयपुर को दे दी गई। इससे पाठ्यक्रम में हुए बदलाव के बारे में सरकार को पूरी जानकारी नहीं थी। नेहरू पर विवाद के बाद अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने नए पाठ्यक्रम की कक्षा एक से 8 और कक्षा 9 व 11वीं  की पुस्तकें मंगवाई हैं।