लॉयन न्यूज, बीकानेर। दिल्ली में इन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड व एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के द्वारा आयोजित इन्टरनेशनल कॉन्वोकेशन-2025 में सबसे तेज राजस्थानी-जोधपुरी साफ़ा बांधने वाले वर्ल्ड रिकॉर्ड हॉल्डर लुणकरनसर के फुलदेसर निवासी स्वरूप पंचारिया को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम मे वियतनाम, सिंगापुर, मलेशिया, जुलिया, सहित भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आई प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। शनिवार को दिल्ली मे इन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के द्वारा आयोजित इस कॉन्वोकेशन कार्यक्रम मे वियतनाम रिकॉर्ड चैयरवुमन गुयेन होआंग, नीरजा रॉय मैनेजिंग डायरेक्टर ईन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, डाॅ. बिश्वरूप रॉय मुख्य संपादक इन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, उता हन्ना डेहनर्ट सदस्य वर्ल्ड रिकॉर्ड युनियन के करकमलों से पंचारिया को सम्मानित किया गया।

पंचारिया ने इन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुख्य संपादक डाॅ. बिश्वरूप रॉय के सिर पर लाईव मात्र 12 सैकेन्ड में 7 मीटर का साफ़ा बांधकर कार्यक्रम में राजस्थानी कला एवं संस्कृति की छटा को बिखेरने का प्रयास किया गया। विदित रहे की पंचारिया ने अगस्त-2024 में आदित्य पंचौली मध्यप्रदेश का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 13.65 सैकेन्ड मे 7 मीटर का साफ़ा बांधकर इन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया था। इसी उपल्बधि पर रिकॉर्ड टीम द्वारा यह सम्मान प्रदान किया गया है। पंचारिया नवाचारों के माध्यम से साफ़ा संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए जाने जाते है। राजस्थानी भाषा की मान्यता आन्दोलन में आप राजस्थानी मोट्यार परिषद् से जुड़े हुवे हैं। पंचारिया द्वारा सबसे छोटी पगड़ी ,सबसे बड़ी पगड़ी बांधने की कला, आँखों पर पट्टी बांधकर साफ़ा बांधने की सिद्धहस्त कला से पारगंत है।

पंचारिया ने कार्यक्रम के दौरान बताया की राजस्थानी भाषा एवं साफ़ा हमारे राजस्थान की संस्कृति के आन-बान व शान का प्रतीक है इसे गर्व और गौरव के साथ धारण कर इस विलुप्त होती भाषा संस्कृति को बचाने का हम सभी प्रयास करें। हमारी मातृभाषा राजस्थानी बचेगी तो राजस्थानी संस्कृति एवं सभ्यता बचेगी और राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए हम सभी मिलकर और अधिक प्रयास करेंगे।