लॉयन न्यूज, जयपुर। प्रदेश के भरतपुर-धौलपुर के जाट समाज का आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर पुरजोर तरीके से उठाने की तैयारी है। समाज के नेताओं ने इस बार गुर्जरों की तजऱ् पर रेल और सड़क मार्ग बाधित करके अपनी मांगे मनवाने का मन बनाया है। गौरतलब है कि भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले जाट समाज का आंदोलन पिछले कई साल से चल रहा है। संघर्ष समिति ने पिछले दिनों सरकार को मांगे मनवाने को लेकर अल्टीमेटम दिया था। लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं होने से अब आनोद्लन को तेज़ करने की दिशा में तैयारी की गई है।

भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस 25 दिसम्बर से भरतपुर में एक बार फिर से आन्दोलन शुरू करने का एलान कर दिया है। तय किया गया है कि 25 दिसम्बर को भरतपुर के जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर खेड़ली मोड़ पर जाट समाज महापड़ाव डालेगा। जाट नेताओं ने कहा है की महापड़ाव के साथ ही आंदोलन शुरू हो जाएगा। वहीं जगह-जगह रेल मार्ग और नेशनल व स्टेट हाईवे जाम भी किया जाएगा।

संघर्ष समिति से जुड़े जाट नेताओं की दलील है कि विगत 2017 में हुए जाट आंदोलन समझौता के दौरान राज्य सरकार ने जाटों से दोनों जिलों के जाटों को केंद्र में आरक्षण के लिए सिफारिशी चि_ी लिखने, चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने और दर्ज मुकदमों को वापिस लेने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने इन मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया है।