बीकानेर। अभी तक तो भजन-भाव करने के लिए ही लोगों को रात्रि जागरण करते सुना होगा मगर अब  पानी भरने के लिए अक्सर लोग रात-रात भर जाग कर रातीजोगा करते हैं। चौकिएगा नहीं यह सच्चाई है। शहर के कई मोहल्लों में लोग पानी के लिए रात-रात भर जागते हैं।

यह हालात तब बने हुए हैं जब जलदाय विभाग की ओर से देररात को अथवा अलसुबह पानी सप्लाई दिया जाता है। शहर के भीनासर, बंगलानगर व भीमनगर सहित अन्य कई मोहल्लों में लोग पेयजल भरने के लिए देर रात तक जागते रहते हैं और कई अलसुबह उठ जाते हैं।

जरूरत का भी नहीं मिलता

जलदाय विभाग हर दिन प्रति व्यक्ति को 120 लीटर पानी मुहैया कराने का दावा करती है लेकिन वर्तमान में नहरबंदी के चलते जरूरत का पानी भी उपलब्ध नहीं हो रहा है।

 हालात यह है कि अब प्रति व्यक्ति के पानी में 40 प्रतिशत की कटौती की जा रही है। पेयजल सप्लाई में भी कटौती चल रही है। पहले जहां दो से ढाई घंटे सप्लाई होती थी वहीं अब एक से डेढ़ घंटे हो रही है।

 पानी सप्लाई का समय बहुत गलत है। रात को सोने के समय पानी छोड़ते हैं। कई बार नींद नहीं खुलने से पूरा पेयजल का संग्रहण नहीं कर पाते हैं। पानी सप्लाई सुबह या दिन में करने के लिए कई बार गुहार कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।

भंवर सुथार, भीनासर निवासी

 दिनभर के थके हारों को रात को पानी भरना पड़ता है। गर्मी में परेशानी होती है लेकिन सर्दियों की परेशानी असहनीय होती है लेकिन क्या करे मजबूरी है। पानी के लिए रातीजोगा करना पड़ता है। जलदाय विभाग आमजन की पीड़ा को महसूस ही नहीं करता।

मंजूदेवी माली, भीनासर निवासी

 गंगाशहर के खारिया हैडवक्र्स पर नहर का पानी रात आठ से सुबह छह बजे तक मिलता है। इससे आठ सप्लाई है। स्टोरेज सात लाख 50 हजार लीटर है और केवल एक टंकी से सप्लाई होती है।

 गंगाशहर में 10 लाख लीटर पानी का भूतल जल भंडारण बन रहा है।  उसके बाद कुछ क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई दिन में भी की जा सकी।

विकास मीणा, कनिष्ठ अभियंता जलदाय विभाग गंगाशहर