महेंद्रपाल व वैभव ने बढ़ाया भीलवाड़ा का गौरव



भीलवाड़ा/करेड़ा । भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2015 में भीलवाड़ा जिले के ज्ञानगढ़ निवासी महेन्द्रपाल गुर्जर (23) की वरीयता सूची में 816वीं रेंक रही है। गुर्जर अभी जयपुर में केन्द्रीय एक्साइज विभाग में निरीक्षक पद पर नियुक्त हैं। वह अपनी सफलता का श्रेय पिता नाथूलाल गुर्जर को देते हैं जो भीलवाड़ा में तहसीलदार पद पर नियुक्त हैं।उन्होंने दूरभाष पर पत्रिका को बताया कि प्रथम प्रयास में ही वह सफल रहे, इस सफलता के लिए उन्होंने रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई की और बिना किसी कोचिंग के तैयारी की। ईश्वर ने भी उनका साथ दिया। वह बताते हैं कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान प्रधानाध्यापकशंकरसिंह राणावत भी उन्हें अधिकारी बनने के लिए प्रेरित करते थे। इसके बाद पिता ने उनके ईरादे मजबूत किए। उनकी पत्नी लक्ष्मी गुर्जर ज्ञानगढ़ की सरपंच है। मां गीता देवी तथा दादा के साथ दोनों बहनों ने भी हमेशा उसे प्रोत्साहित किया। वो बताते है कि पढ़ाई ज्ञानगढ़ ग्राम से शुरू की, 12 वीं गंगापुर स्कूल से करने के बाद उन्होंने जोधपुर से बी टेक की, उसके बाद प्रथम बार प्रशासनिक सेवा की परीक्षा दी, जिसमें उनका चयन हुआ। वहीं दसवीं बोर्ड की जिला मेरिट में भी वे 17 वें स्थान पर रहे। इसके अलावा अहमदाबाद में रहने वाले मूल रूप से राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के आगरसागा गांव निवासी वैभव चौधरी ने भी देश में 88वीं रैंक पाई है।
