लॉयन न्यूज, बीकानेर। लगातार आ रहे आईपीओ निवेशकों के लिए चांदी की बारिश साबित हो रहे हैं। एक के बाद एक हर आईपीओ के लिए बाजार और निवेशकों ने अपनी बाहें खोल रखी हैं। शेयर बाजार विशेषज्ञ एवं पीएस इंवेस्टमेंट्स के फाउंडर-बिजनेस हेड श्री पीयूष शंगारी इस बार फिर एक शानदार आईपीओ पर अपने महत्वपूर्ण सुझाव रख रहे हैं।

पीयूष बताते हैं कि तत्व चिंतन फार्मा केम लिमिटेड एक रासायनिक निर्माण कंपनी है जो स्ट्रक्चर डायरेक्टिंग एजेंट्स (SDAs), फेज़ ट्रांसफर कैटालिस्ट (PTCs), फार्मास्यूटिकल एंड एग्रो केमिकल इंटरमीडिएट तथा अन्य स्पेशलिटी केमिकल्स का निर्माण करती है। यह भारत में जिओलाइट्स के लिए एसबीआई के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है।

यह कंपनी बड़े उद्योगों और ग्राहकों को अपनी नियमित सेवाएं प्रदान करती हैं जिनमें से आटोमोटिव, पेट्रोलियम, एग्रोकेमिकल्स, डाई और पिगमेंट, पेंट और कोटिंग, फार्मास्यूटिकल, पर्सनल केयर आदि है। इस कंपनी के उत्पाद न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर के 25 से अधिक देशों जैसे यूएसए जर्मनी दक्षिण अफ्रीका चीन तथा यूके आदि को निर्यात किए जाते हैं। वित्त वर्ष 2020 में कुल निर्यात के मामले में कंपनी का राजस्व योगदान 76% था।

मर्क, बायर एजी, इपॉक्स केमिकल, लॉरेस लैब्स, नवीन फ़्लोरिन इंटरनेशनल लिमिटेड, अतुल लिमिटेड, ओत्सुका केमिकल्स, एसआरएफ, हॉक्स केमिकल, फिरमेनिच ऐरोमेटिक्स और डीवी आदि की प्रयोगशालाएं कम्पनी के प्रमुख ग्राहकों में से एक है।

स्ट्रक्चर डायरेक्टिंग एजेंट्स (SDAs) और फेज़ ट्रांसफर कैटालिस्ट (PTCs) के निर्माता के रूप में कम्पनी अपने क्षेत्र में सबसे अग्रणी है। विविध उत्पादों को अपने पोर्टफोलियो में रखने वाली इस कंपनी की उपस्थिति वैश्विक बाजार में बहुत मजबूत है। रणनीतिक रूप से गुजरात में स्थित कंपनी की विनिर्माण सुविधाएं हजीरा बंदरगाह के निकट है तथा यह कंपनी के एक्सपोर्ट को अधिक प्रबल भी बनाती है। कंपनी के पास अनुभवी प्रमोटरों और प्रबंधकों की एक शानदार टीम के साथ साथ मजबूत वित्तीय प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड भी है।

आर्थिक मामलों के जानकार पीयूष शंगारी के अनुसार इस आईपीओ पर 50% तक का प्रीमियम मिल सकता है अतः लिस्टिंग गेन एवं लोंग टर्म प्रॉफिट दोनों के लिए इस कम्पनी के आईपीओ में निवेश रिकमंडेड है। आगे भी सभी तरह के आईपीओ की जानकारी साझा करते रहने के प्रयास पीयूष के द्वारा किए जाएंगे ताकि निवेशकों को उचित जानकारी मिले और लोगों का शेयर बाजार के प्रति डर कम हो।