खुद एसी में, बच्चों के लिए कूलर तक नहीं
श्रीगंगानगर। स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी से जिला चिकित्सालय के अतिकुपोषित सेंटर (एमटीसी) में भर्ती अतिकुपोषित बच्चे हाल-बेहाल हैं। भयंकर गर्मी के बाद भी यहां न कूलर है और न एसी लगा है। ये हालात तब हैं जब एमटीसी में भर्ती होने वाले बच्चे न अधिक तापमान सहन कर सकते हैं और न सर्दी। हैरानी वाली बात यह है कि ऐसे बच्चे जिनकी काया कमजोर होने के कारण चिपकी हुई है वे तो हाल-बेहाल हैं और पीएमओ सहित अन्य अधिकारियों के कमरों में एसी लगे हुए हैं। शारीरिक रूप से सामान्य होने की उम्मीद से भर्ती हुए मासूमों के लिए केंद्र में चार पंखे लगे हुए हैं। इनमें एक पंख लंबे समय से खराब है। दोपहर 1.13 बजे का समय था और केंद्र में भर्ती लाधूवाला के एक बच्चे की मां को तापमापी देकर जांच की गई तो पारा 45 डिसे. को पार कर गया। इस तपती धरा, गर्मी व उमस भरे वातावरण में इस केंद्र में अतिकुपोषित बच्चों को बेहतर उपचार कैसे मिलता होगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं।
… और जानिए परिजनों का दर्द
एमटीसी वार्ड में कूलर और एसी तक की कोई व्यवस्था नहीं है। दिन में पंखा गर्म हवा देता है और रात्रि को तो हाल-बेहाल हो जाता है, लेकिन मजबूरी में बच्चे को रखना पड़ रहा है। –भजनकौर, खैरूवाला।
दिन और रात को कमरा पूरा तपने लगता है, एक पंखा खराब पड़ा है। इस कारण गर्मी में बच्चों की बात तो छोड़ो,उनके साथ वाला भी हाल-बेहाल हो रहा है।- सरस्वती देवी, लाधूवाला।
बनाया जा रहा है बहाना
हनुमानगढ़ सहित अन्य एमटीसी सेंटरों में एसी लगे हुए हैं। यहां पर कई बार पीएमओ को लिखित में दिया जा चुका है लेकिन बच्चे कम भर्ती होते हैं का बहना बनाकर व्यवस्था नहीं करवाई जा रही हैं। गर्मी में बच्चों को बहुत ज्यादा दिक्कत आ रही है।
डॉ.राजेश अरोड़ा, एचओडी, एमटीसी।